जिहादी पाकिस्तान के विषय में अमेरिका मुकर गया !
वॉशिंग्टन (अमेरिका) – अमेरिका के विदेश विभाग ने १७ अक्टूबर को कहा कि परमाणु अस्त्रों की सुरक्षा के संदर्भ में हमें पाकिस्तान की क्षमता के प्रति विश्वास है; परंतु इन परमाणु अस्त्रों के विषय में उनमें आपसी तालमेल नहीं है । अमेरिकी विदेश विभाग के उपप्रवक्ता वेदांत पटेल ने एक पत्रकार परिषद में अमेरिका की भूमिका स्पष्ट की । उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षित एवं समृद्ध पाकिस्तान अमेरिका के हितों की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है ।
'Confident' Of Pakistan's Ability: US Makes A U-turn After Joe Biden's Remark On 'Dangerous' Islamabad.#TNDIGITALVIDEOS pic.twitter.com/2yYMjzq9mU
— TIMES NOW (@TimesNow) October 18, 2022
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कुछ दिन पूर्व ही ‘पाकिस्तान विश्व के सबसे खतरनाक देशों में से एक है’, ऐसा वक्तव्य दिया था । उन्होंने यह भी कहा था कि ‘पाकिस्तान के पास जो परमाणु अस्त्र हैं, उन पर किसी का नियंत्रण नहीं है ।’ अब अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा दिए गए इस नए वक्तव्य से अमेरिका अपनी नीति से मुकर रहा है, ऐसा कहा जा रहा है ।
पिछले महिने में अर्थात ८ सितंबर को अमेरिका ने पाकिस्तान को लडाकू विमानों एफ्-१६ के रखरखाव के लिए पाकिस्तान को ४५० दस लाख डॉलर्स अर्थात ३ सहस्र ५८१ करोड रूपए की सहायता देने की घोषणा की थी । पिछले ४ वर्षाें में अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को दी जानेवाली यह सबसे बडी सुरक्षा सहायता थी ।
संपादकीय भूमिकापाकिस्तान जिहादी आतंकवाद का निर्माता होते हुए भी उस पर विश्वास करना आत्मघात है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व को जिहादी आतंकवाद के विषय में अपनी भूमिका स्पष्ट करने का आवाहन किया है, ऐसे में अमेरिका की इस प्रकार की दिशाहीन नीति पर भारत को उससे स्पष्टीकरण मांगना आवश्यक ! |