पुलिस की मारपीट से मृत ईरानी महिला महसा अमिनी का समाचार देने वाली एक महिला पत्रकार को बंदी बनाया गया !

ईरान का हिजाब कांड !

(हिजाब मुस्लिम महिलाओं द्वारा सिर और गर्दन को ढकने के लिए उपयोग किया जाने वाला वस्त्र है। )

तेहरान (ईरान) – ईरान के हिजाब प्रकरण में पुलिस द्वारा पीटे जाने के कारण मारी गई महसा अमिनी की मृत्यु का समाचार सर्व प्रथम प्रकाशित करनेवाली महिला पत्रकार नीलोफर को बंदी बना लिया गया है । यह जानकारी नीलोफर के अधिवक्ता मोहम्मद अली कामफिरौजी ने दी । निलोफर, दैनिक ‘शर्ग’ में कार्य करती हैं । बंदी से पूर्व नीलोफर का ट्विटर अकाउंट भी बंद कर दिया गया । इसे ईरानी प्रशासन के आदेश पर बंद किया गया था ।

मोहम्मद अली ने ट्वीट कर सूचित किया है कि ईरान के सुरक्षा बलों ने नीलोफर के घर पर छापा मारा और उसे बंदी बना लिया । घर की छानबीन की गई । कुछ सामग्री भी हस्तगत की गई है । यह स्पष्ट नहीं है कि नीलोफर के विरुद्ध कौन से आरोप लगाए गए हैं ।

संपादकीय भूमिका

ईरानी सरकार की दमन नीति ! सरकार को ध्यान में रखना चाहिए कि इस तरह के दमन से आंदोलन और प्रखर  होते हैं !