हिन्दी चलचित्र सृष्टि की स्थिति दयनीय ! – चलचित्र निर्देशक प्रकाश झा

चलचित्र निर्देशक प्रकाश झा

मुंबई – हिन्दी चलचित्र सृष्टि के कलाकार आजकल गुटका विक्रय कर रहे हैं । उन्हें रिक्त समय मिलने पर वे कुछ हास्य अथवा अन्य विषयों पर चलचित्र बनाते हैं । ५-६ चलचित्र विफल होने पर भी उन पर कोई परिणाम नहीं होता । यह स्थिति वास्तव में दयनीय है । चलचित्र सृष्टि को स्वयं के विषय में चिंतन करने की आवश्यकता है, अन्यथा जिन्होंने उन्हें बडा किया, वे ही उन्हें डुबो देंगे । चलचित्र निर्देशक प्रकाश झा ने ऐसा कहा ।

प्रकाश झा ने आगे कहा, ‘मजे की बात यह कि बडे कलाकारों के कारण किसी भी चलचित्र में सफलता मिलेगी, चलचित्र के निर्माता तथा निर्देशकों को ऐसा प्रतीत होता है; परंतु प्रेक्षकों को अच्छी कथा, उन्हें भयभीत करनेवाली समस्याएं बतानेवाली कथा देखना अच्छा प्रतीत होता है । पिछले ६ माह से जिस प्रकार के चलचित्र आ रहे हैं तथा प्रेक्षक उसका बहिष्कार कर रहे हैं, उससे ऐसा ही प्रतीत होता है । वास्तव में अच्छे चलचित्रों का दायित्व चलचित्र निर्माता, लेखक तथा जिस माध्यम से लोग चलचित्र देखते हैं उन पर है । वर्तमान में यह चलचित्र सृृष्टि भूमि पर, आकाश में अथवा मध्य में कहीं तो लटकी हुई है, ऐसा प्रतीत होता है ।