नई देहली – आज संसार के कई देश सर्वत्र बढती महंगाई के कारण त्रस्त हैं । इस महंगाई के कारण संसार के लगभग ७ करोड लोगों के निर्धन होने की चेतावनी ‘अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष’ (आइ.एम्.एफ्.) ने दी है ।
१. ‘अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष’ की प्रमुख क्रिस्टिलिना जिर्योजिएवा ने बढती महंगाई के विषय में गंभीर चिंता व्यक्त की है । संसार भर की महंगाई का दर आज सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा है । रूस और यूक्रेन में अब तक चल रहे युद्ध के कारण इसमें और अधिक वृद्धि हुई है । अधिकांश निर्धन देशों को ५ प्रतिशत से भी अधिक महंगाई का सामना करना पड रहा है । आनेवाले कुछ दिनों में महंगाई की स्थिति और अधिक गंभीर होने की संभावना है । इसके परिणामस्वरूप अनेक देशों में सामाजिक स्तर पर अस्थिरता निर्माण हो सकती है, ऐसी आशंका भी उन्होंने व्यक्त की है ।
२. एशियाई विकास बैंक के अनुसार बढती हुई महंगाई के कारण भारत के विकास दर का अनुमान अल्प हो गया है । इस बैंक ने आर्थिक वर्ष २०२२- २३ के लिए भारत का विकास दर अल्प कर ७.२ प्रतिशत किया है । इसके पूर्व यह विकास दर ७.५ प्रतिशत रखा था । आर्थिक मंदी के भय से आजकल जग भर में बडे आस्थापनों ने नौकरी में भरती रोक दी हैै ।
कोरोना महामारी ने दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं के लिए मुश्किल हालात पैदा किया, अब दुनिया महंगाई की मार से परेशान है https://t.co/CviNpdTCNq
— AajTak (@aajtak) July 21, 2022
वर्ष २०२२ कठिन है, तो वर्ष २०२३ और भी कठिन होगा ! – अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष‘वर्ष २०२२ कठिन है, तो वर्ष २०२३ और भी कठिन होगा । जनता को महंगाई से शीघ्र राहत नहीं मिलेगी’, ऐसा विधान ‘अंतर्राष्ट्र्रीय मुद्रा कोष’की प्रमुख क्रिस्टिलिना जिर्योजिएवा ने ‘ब्लॉग’ के माध्यम से किया है । |
संपादकीय भूमिकाभविष्य में इससे भी भयावह आपातकाल आने की भविष्यवाणी इससे पूर्व द्रष्टा संतों ने समय-समय पर की है । इसलिए ऐसे भीषण आपातकाल में जीवित रहने के लिए लोगों का साधना करना आवश्यक ! |