अमेरिकन महिलाओं को काले बाजार से गर्भपात की गोलियां मिलने की संभावना !

रियो दी जेनेरियो (ब्राजील) – कुछ दिन पूर्व ही अमेरिका में गर्भपात पर प्रतिबंध लगाए जाने से वहां ब्राजील जैसी स्थिति निर्माण होने की संभावना व्यक्त की जा रही है । ब्राजील में गर्भपात पर प्रतिबंध लगने के उपरांत उसकी गोलियों पर प्रतिबंध लगा; परंतु काला बाजार में इन गोलियों की बिक्री खुलेआम होने लगी । ऐसा कहा जा रहा है कि इस कारण जरूरतमंद महिलाएं, विशेषकर युवा लडकियां डॉक्टरों के सुझाव लिए बिना सीधे दवाओं के दलाल से ऐसी गोलियां खरीदने लगीं, अमेरिका में भी यह स्थिति निर्माण हो सकती है ।

ब्राजील में वर्ष १८९० से गर्भपात पर प्रतिबंध है; परंतु वर्ष १९४० में इस कानून में सुधार किया गया । इसके अनुसार अत्याचार पीडित महिलाएं अपवाद होंगी । ऐसी स्थिति में ब्राजील की महिलाओं ने गर्भपात का सरल मार्ग ढूंढ निकाला । मासिक धर्म में देर होने के उपरांत ली जाने वाली गोलियां गर्भपात के लिए लेने लगीं । ब्राजील में गर्भपात के लिए ३ वर्ष कारागृह का दंड है ।

भारत, मेक्सिको और अर्जेंटिना से गोलियों की कालाबाजारी !

गर्भपात पर प्रतिबंध होने वाले देशों में गर्भपात की गोलियां काला बाजार में ऊंची दरों पर बेची जाती हैं । भारत, मेक्सिको और अर्जेंटिना से आने वाली गोलियों के लिए १५ सहस्र से ३० सहस्र रुपए लिए जाते हैं । गर्भपात पर प्रतिबंध के पूर्व अमेरिका में ६० गोलियों का पैकेट १५ डॉलर, अर्थात १ सहस्र १०० रुपए में बेचा जाता था ।

संपादकीय भूमिका

  • अमेरिका में गर्भपात पर प्रतिबंध से स्वैराचार पर अंकुश लगेगा, ऐसा कहा जा रहा था; परंतु अब काला बाजार में गर्भपात की गोलियां मिलने से अमेरिका में स्वैराचार कितना बढ चुका है, यह ध्यान में आता है !
  • केवल कठोर कानून नहीं, अपितु समाज में नैतिकता की शिक्षा देने वाली शिक्षा व्यवस्था निर्माण होने पर ही स्वैराचार को रोका जा सकता है । इसके लिए राजसत्ता का आध्यात्मीकरण होना अति आवश्यक है ! अर्थात अमेरिका जैसे पश्चिमी देश को इसके लिए हिन्दू धर्म का पालन करना होगा !