नई देहली – वर्ष २००२ में हुए गोधरा हत्याकांड पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने वक्तव्य दिया है । उन्होंने कहा कि गोधरा हत्याकांड के उपरांत गुजरात में भडके दंगों के संबंध में विरोधी पक्ष और प्रसार माध्यमों ने भाजपा के विरुद्ध झूठा प्रचार किया था । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि धूमिल करने के लिए ही संपूर्ण षड्यंत्र रचा गया था; परंतु अंत में सत्य सामने आया । दंगों का राजनीतिकरण करना अयोग्य है । गोधरा में जीवित जलाए गए कारसेवकों पर कांग्रेस द्वारा रखे मौन पर भी शाह ने प्रश्न चिन्ह लगाया है ।
2002 के गुजरात दंगों पर अमित शाह का इंटरव्यू: बोले- मोदी भगवान शंकर की तरह 18-19 साल विषपान करते रहे, अब सत्य सोने जैसा चमक रहा है#AmitShah https://t.co/VveBp7i7D8 pic.twitter.com/JL5AZZxQVz
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) June 25, 2022
शाह ने आगे कहा कि
१. गोधरा में एक १६ वर्षीय लडकी को जलाया गया । मैंने स्वयं उसका अंतिम संस्कार किया ।
२. सभी ५९ कारसेवकों के अंतिम संस्कार के समय मैं उपस्थित था ।
३. गोधरा अग्निकांड के उपरांत गुजरात में दंगे हुए । उस समय काम करनेवाले अधिकारियों ने अच्छा काम किया था ।
भाजपा विरोधी राजनीतिक दल, कुछ ideology के लिए राजनीति में आये पत्रकार और NGOs ने मिलकर मोदी जी पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें बड़े पैमाने पर प्रचारित किया।
और उनका इकोसिस्टम इतना मजबूत एवं व्यापक था कि धीरे-धीरे लोग इस झूठ को ही सच समझने लगे pic.twitter.com/e0tF7oUfUY
— Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2022
४. हमने वस्तु और सेवा कर, सर्जिकल स्ट्राइक जैसे अनेक युद्ध लडे हैं । प्रधानमंत्री के विरुद्ध षड्यंत्र रचनेवाले पराजित हुए हैं ।