पाक के मौलाना (इस्लामी विद्वान) इंजीनियर मोहम्मद अली की ओर से नूपुर शर्मा का बचाव !
इस्लामाबाद – मोहम्मद पैगंबर के विषय में (‘टाइम्स नाउ’ इस अंग्रेजी) समाचार वाहिनी पर हुई चर्चा में भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने कथित आपत्तिजनक विधान करने से भारत में, साथ ही इस्लामी देशों में उनका विरोध किया जा रहा है । इस पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान के मौलाना इंजीनियर मोहम्मद अली ने नूपुर शर्मा का बचाव किया है । साथ ही इस चर्चा में नूपुर शर्मा को भडकानेवाले तसलीम अहमद रहमानी पर कार्यवाही करने की मांग की है । रहमानी द्वारा हिन्दुओं के देवताओं के विषय में आपत्तिजनक विधान करने पर नूपुर शर्मा ने उसे उत्तर दिए, ऐसा मोहम्मद अली ने बताया है ।
जिसने नूपुर शर्मा को भडकाया वह पहला आरोपी !
मौलाना इंजीनियर मोहम्मद अली ने कहा कि पहला आरोपी वह है जिसने अन्य धर्मों के विषय में समाचार चैनल पर विधान किए । इस विवाद के पूर्ण वातावरण को देखना होगा । नूपुर शर्मा के विधान करने के अंदाज से ध्यान में आता है कि वह उत्तर दे रही हैं । नूपुर शर्मा ने कहा कि यदि आप ऐसे विधान करेंगे, तो हम भी वैसा ही बोलेंगे !
किसी भी धर्म का उपहास करना कुरान के अनुसार अयोग्य !
मौलाना इंजीनियर मोहम्मद अली ने कहा कि किसी भी धर्म का उपहास करना यह कुरान के अनुसार अयोग्य है । दूसरे धर्म के लोगों से झगडा करते समय हमेशा ही भाषा की ओर ध्यान देना चाहिए । नूपुर शर्मा प्रकरण में अरब देशों के लोग वातानुकूलित कक्ष में बैठकर वातावरण बिगाड रहे हैं ।
अमेरिका ने भारत के विरोध में अरब देशों को भडकाया !
मौलाना इंजीनियर मोहम्मद अली ने दावा किया कि मूलत: यह एक अंतरराष्ट्रीय राजनीति है । पाक के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान कहते थे, ‘भारत अमेरिका और रशिया इन दोनों देशों से लाभ ले रहा है ।’ अब भारत और इमरान खान को ध्यान में आया होगा कि अमेरिका जिसे चाहे झुका सकता है । अरब देशों का रशिया से अच्छा तालमेल नहीं है, वे अमेरिका के गुलाम हैं । ऐसे अरब देशों को अमेरिका ने नूपुर शर्मा प्रकरण में भारत के विरोध में भडकाया है । इसके पहले भी ऐसी अनेक बडी घटनाएं हुईं, जिनमें अरब देशों ने कोई भी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की । अब रशिया के संबंध में भारत पर दबाव बनाने के लिए अमेरिका ने अरब देशों को भडकाया ।
इस चर्चा में सहभागी होकर हिन्दू धर्म के विषय में आपत्तिजनक विधान करने के कारण अब हिन्दुओं को तसलीम अहमद रहमानी के विरोध में कानूनी कार्यवाही होने के लिए प्रयास करने चाहिए ! |