ताजमहल में कब से पढी जा रही है नमाज ? यह बात पुरातत्व विभाग को ही ज्ञात नहीं !

सूचना के अधिकार से उजागर !

नई देहली – आगरा के ताजमहल में प्रत्येक जुम्मे को (शुक्रवार को) मुसलमानों को नमाज पढने की अनुमति दी गई है; परंतु यहां कब से नमाज पढी जा रही है, इसकी कोई भी जानकारी पुरातत्व विभाग के पास नहीं है । यह बात सूचना के अधिकार से उजागर हुई है । इतिहासकार राजकिशोर राजे ने ‘सूचना के अधिकार’ के अंतर्गत इस विषय में प्रश्न पूछा था ।

राजकिशोर राजे ने कहा, ‘‘ताजमहल में नमाज पढने के संदर्भ में प्रश्न पूछने पर पुरातत्व विभाग ने उत्तर दिया कि इस विषय में कुछ भी विवरण उपलब्ध नहीं है । शाहजहां के समय की किसी भी पुस्तक में ताजमहल में नमाज पढे जाने का उल्लेख नहीं मिलता है । शाहजहां के समय सामान्य लोगों को ताजमहल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी । ऐसे में नमाज पढने का प्रश्न ही नहीं उठता है ।

संपादकीय भूमिका

कोई भी जानकारी न रखनेवाले पुरातत्व विभाग का कार्य कैसे चलता होगा, यही इससे ध्यान में आता है ! दूसरी ओर यदि हिन्दुओं ने प्राचीन मंदिरों में पूजा करने की मांग की, तो यही पुरातत्व विभाग उसका विरोध करता है, यह ध्यान में रखें !