सूचना के अधिकार से उजागर !
नई देहली – आगरा के ताजमहल में प्रत्येक जुम्मे को (शुक्रवार को) मुसलमानों को नमाज पढने की अनुमति दी गई है; परंतु यहां कब से नमाज पढी जा रही है, इसकी कोई भी जानकारी पुरातत्व विभाग के पास नहीं है । यह बात सूचना के अधिकार से उजागर हुई है । इतिहासकार राजकिशोर राजे ने ‘सूचना के अधिकार’ के अंतर्गत इस विषय में प्रश्न पूछा था ।
ताजमहल में कब से पढ़ी जा रही है नमाज़ ? RTI पर ASI के जवाब से चकरा जाएगा दिमाग https://t.co/SyC6IemWEz https://t.co/Tq0SYyXtgh #tajmahal #rti #rajkishore_raje #namaz @newstracklive
— News Track (@newstracklive) May 30, 2022
राजकिशोर राजे ने कहा, ‘‘ताजमहल में नमाज पढने के संदर्भ में प्रश्न पूछने पर पुरातत्व विभाग ने उत्तर दिया कि इस विषय में कुछ भी विवरण उपलब्ध नहीं है । शाहजहां के समय की किसी भी पुस्तक में ताजमहल में नमाज पढे जाने का उल्लेख नहीं मिलता है । शाहजहां के समय सामान्य लोगों को ताजमहल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी । ऐसे में नमाज पढने का प्रश्न ही नहीं उठता है ।
संपादकीय भूमिकाकोई भी जानकारी न रखनेवाले पुरातत्व विभाग का कार्य कैसे चलता होगा, यही इससे ध्यान में आता है ! दूसरी ओर यदि हिन्दुओं ने प्राचीन मंदिरों में पूजा करने की मांग की, तो यही पुरातत्व विभाग उसका विरोध करता है, यह ध्यान में रखें ! |