भाग्यनगर (तेलंगाना) – केंद्रीय जांच विभाग ने (‘सी.बी.आई.’ ने) वर्ष २०१९ में हुए ‘इंडियन प्रीमियर लीग’ में ‘मैच फिक्सिंग’ के मामले में ७ लोगों को हिरासत में लिया था । इनमें दिलीप कुमार, गुर्रम बासु, गुर्रम सतीश, सज्जन सिंह, प्रभुु लाल मीणा, राम अवतार और अमित कुमार शर्मा सम्मिलित हैं । वे पाकिस्तान के वकास मलिक के संपर्क में थे । इसमें पाकिस्तान का हाथ होने के विषय में एजेंसी ने बताया है । प्रतियोगिता के मुकाबलों के परिणामों पर प्रभाव डालने के लिए इन लोगों का तंत्र कार्यरत था । उन्हें पाकिस्तान से सूचना मिलती थी, ऐसी जानकारी अधिकारियों ने दी । सी.बी.आई.ने दिल्ली, जयपुर, जोधपुर और भाग्यनगर इन शहरों में कार्यवाही की ।
संपादकीय भूमिका‘आई.पी.एल.’ इस बडी पैसों वाली प्रतिस्पर्धा में ऐसे गलत काम होने का अनेकों बार सामने आया है; परंतु आज तक दोषियों पर कठोर से कठोर कार्यवाही होने का सुना नहीं । इस कारण ऐसा बार-बार होता रहता है । जनता के पैसों का दुरुपयोग करने वाले ऐसे खर्चीले खेलों पर सरकार प्रतिबंध क्यों नहीं लगाती ? |