नई देहली – विश्व में, वर्ष २०२१ में, प्रत्येक मिनट १० फुटबॉल क्रीडा स्थल जितना वन क्षेत्र नष्ट हुआ । उसका क्षेत्र २ लाख ५३ सहस्त्र वर्ग किलोमीटर अर्थात उत्तर प्रदेश राज्य के बराबर है । युनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड के जंगल सन्दर्भ में ‘वर्ल्ड रिसोर्सेस इन्स्टिट्यूट ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच’ में यह जानकारी दी गई है ।
Tropical regions lost 9.3 million acres of forest in 2021, a new report found. Halting deforestation was one of the major promises to come out of the COP26 climate talks, but there has been little evidence of progress. https://t.co/ASXy62dy4H
— The New York Times (@nytimes) April 28, 2022
१. गत वर्ष, ३८ लाख हेक्टर उष्णकटिबंधीय वन विश्व में नष्ट होते हुए देखा गया । वन नष्ट होने की मात्रा, वर्ष २०२० की तुलना में, ११ प्रतिशत अल्प है ।
२. विश्व में सर्वाधिक वन ब्राजील में हैं । वहा जंगल नष्ट होने की मात्रा सर्वाधिक है । कुल १५ लाख हेक्टर जंगल वहां नष्ट हुआ । विश्व में नष्ट हुए कुल जंगल का वह ४० प्रतिशत था ।
३. दूसरे स्थान पर रिपब्लिक ऑफ कांगो में नष्ट हुए जंगल की तुलना में ये ३ गुना अधिक है । ब्राजील में आग न लगते हुए नष्ट होनेवाले पेडों की संख्या में ९ प्रतिशत कमी हुई है । अमेजन जंगल की यह हानी वर्ष २००६ के उपरान्त सर्वाधिक है । ऐसी ही परिस्थिती विश्व के उत्तरी भाग के वन में भी देखने को मिली, परन्तु उष्णकटिबंधीय वन के विपरीत, उत्तरी भाग के वन पुनः भरे हैं ।
४. अमेजन जंगल के अस्तित्व को धोखा निर्माण हुआ है । पर्यावरण की दृष्टि से अमेजन अत्यंत गम्भीर मोड पर आ चुका हैं, ऐसी चेतावनी संशोधकों ने दी है ।
५. उष्णकटिबंधीय जंगल नष्ट होने से कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन ७ प्रतिशत बढा है । बढोत्तरी की यह मात्रा, भारत की कुल जनसंख्या के कार्बन डाइऑक्साइड की उत्सर्जन के बराबर है । वन क्षेत्र के सम्बन्ध में किए नवीन अभ्यास से यह बात स्पष्ट हुई है ।