दो नाबालिग लडकियों का बलात्कार करने वाले धर्मांध पुलिस अधिकारी को ९ वर्ष बाद आजीवन कारावास की सजा

  • ९ वर्षों बाद पीडितों को न्याय मिलना, यह न्याय न होकर अन्याय ही है ! – संपादक

  • धर्मांध कितना ही पढ लें और उच्चपदों पर पहुंचें, तो भी उनके अंदर की वासनांधता और गुनहगारी वृत्ति नष्ट नहीं होती है, यह ध्यान में लें ! – संपादक

शिलांग (मेघालय) – मेघालय के एक विशेष न्यायालय ने २ नाबालिग लडकियों का बलात्कार करने के मामले में पुलिस उपनिरीक्षक नुरूल इस्लाम को आजीवन कारावास की सजा दी है । साथ ही ८ लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है । ये दोनों लडकियां बहने हैं । नुरूल को पहले ही पचलिस सेवा से बर्खास्त किया गया है । बलात्कार की घटना वर्ष २०१३ में हुई थी । नुरूल ने पहली बार १३ वर्षीय लडकी का पुलिस थाने में, बाद में उसके घर जाकर उसकी १७ वर्षीय बहन का बंदूक की नोक पर बलात्कार किया था । दोनों को इस विषय में किसी को भी बताने पर झूठा आरोप लगाकर हिरासत में लेने की धमकी दी थी ।

१. इस विषय में लडकियों के पिता के शिकायत करने के बाद नुरूल को हिरासत में लिया गया था । इस घटना के बाद उसके विरोध में प्रदर्शन भी किए गए थे । पुलिस थाने का घेराव भी किया गया था । उसे पुलिस थाने से दूसरी ओर ले जाते समय उसने भागने का प्रयास भी किया था । इसके बाद उसे पुन: हिरासत में लिया गया था ।

२. इस संबंध में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने भी इस विषय की मेघालय सरकार से रिपोर्ट मांगी थी । साथ ही नुरूल को कोठरी के स्थान पर निवास स्थान पर रखने का और विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराने का आरोप लगा था ।