(कहते हैं) ‘यह देश पाकिस्तान बन गया है; इसलिए सभी हिन्दू भारत छोडकर चले जाएं !’

  • राजकोट (गुजरात) के धर्मांध अधिवक्ता ने हिन्दुओं को धमकाया

  • शिवजयंती के दिन छत्रपति शिवाजी महाराज के विषय में आपत्तिजनक पोस्ट का प्रसारण

  • श्रीगणेश की मूर्ति में तोडफोड

  • पुलिस ने गिरफ्तार किया

  • सामाजिक माध्यमों से हिजाब का विरोध करने पर कर्नाटक में हिन्दुओं के टुकडे-टुकडे करने की धमकी दी जाती है, तो गुजरात में छत्रपति शिवाजी महारज के विरोध में पोस्ट डालकर भी धर्मांधों पर कठोर कार्यवाही नहीं की जाती ! – संपादक
  • हिजाब के समर्थन में और जय श्रीराम के नारे के विरोध के रूप में अल्ला हू अकबर (अल्ला महान है) के नारे देनेवाली मुसलमान छात्रा की प्रशंसा करनेवालो इस घटना का विरोध क्यों नहीं करते ? – संपादक


राजकोट (गुजरात) – यहां के सोहिल हुसैन मीर नाम के अधिवक्ता ने पडोस में रहनेवाले हिन्दुओं को चाकू का भय दिखाकर देश से चले जाने की धमकी दी, साथ ही श्री गणेश की मूर्ति भी तोडी । यह घटना २० फरवरी को हुई, जिसके कारण यहां तनाव उत्पन्न हुआ । अधिवक्ता मोर ने इस समय वहां आए पुलिसकर्मियों के साथ भी मारपीट की । (पुलिसकर्मियों को मारनेतक उद्दंड बने धर्मांध ! – संपादक) अब सोहिल मीर के विरुद्ध धार्मिक भावनाएं आहत करना, मारपीट करना और पुलिसकर्मियों के कर्तव्यों के निर्वहन में बाधा उत्पन्न करने के लिए अपराध पंजीकृत किए गए हैं । १९ फरवरी को शिवजयंती के दिन सोहिल हुसैन मीर ने उसकी निवासी सोसाइटी के वॉट्स एप समूह पर छत्रपति शिवाजी महारा के प्रति आपत्तिजनक जानकारी प्रसारित की, जिस पर इस वॉट्स एप समूह की सदस्या ज्योति सोढा ने मोर को दूरभाष कर अपना विरोध जताया । इससे क्षुब्ध मीर ने ज्योति सोढा को ‘अब यह देश पाकिस्तान बन चुका है । यहां के सभी नागरिक मुसलमान है; इसलिए अब सभी हिन्दू यह देश छोडकर चले जाए’, ऐसा बोलकर धमकाया । अब पुलिस ने मीर को गिरफ्तार किया है ।

१. किशन बोलिया (भारवाड) की हत्या के प्रकरण में पाकिस्तान की संलिप्ता उजागर हुई । उस पर सोहिल मोर ने कहा कि इस समुदाय का पाकिस्तान में रूपांतरण होगा और सभी हिन्दू यहां से चले जाएं । आप कितने समयतक मुझे शांत रख पाओगे; क्योंकि मेरे साथ बडी सेना है ।

२. उसके उपरांत सोढा अधिवक्ता मोर से मिलीं और उन्हें बताया कि उन्हें धार्मिक तनाव बढानेवाले और उकसानेवाले शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, तब मोर से उन्हें चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी दी । उसके उपरांत मोर ने चिल्लाते हुए हंगामा मचाना आरंभ किया, साथ ही उनके द्वार पर लगाई गई श्रीगणेश की मूर्ति भी तोड डाली । तब सोसाइटी के सदस्यों ने पुलिस को वहां बुलाया ।

३. इस विषय में वहां के नागरिकों ने प्रसारमाध्यमों को बताया कि ऐसा वक्तव्य किसी अशिक्षित व्यक्ति ने नहीं, अपितु व्यवसाय से अधिवक्ता होनेवाले व्यक्ति ने दिया है, जो चौंकानेवाला है । अभीतक यह व्यक्ति हमारे साथ मिलजुलकर रहता था; परंतु कुछ समय से उसके व्यवहार में बदलाव आया है । अब उसकी बातों में कट्टरतावादी शब्द आ रहे हैं, ऐसा हमें प्रतीत हुआ था । उसके इस प्रकार के कट्टरवाद का समर्थन करनेवाले और अन्यों के प्रति विद्वेष की भावना रखनेवाले इन विचारों के पीछे कोई बडा जाल हो सकता है ।’

पुलिस के द्वारा प्रकरण में समझोता करने का प्रयास ! 

छत्रपति शिवाजी महाराज का अनादर और श्रीगणेश की मूर्ति तोडी जाने के उपरांत भी इस प्रकरण में समझोता करनेवाली पुलिस भारत की है अथवा पाकिस्तान की ? गुजरात में भाजपा की सरकार होते हुए भी पुलिस ऐसा करने का साहस ही कैसे दिखा सकती है ?- संपादक

पुलिस हवलदार डांगर ने जब इस प्रकरण में समझोता करने का प्रयास किया, तब मोर ने उनसे गालीगलोच कर उनसे मारपीट की । उसके उपरांत डांगर ने मोर के विरुद्ध अपराध पंजीकृत कर उसे गिरफ्तार किया