सरकार को इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रयास करने चाहिए, ऐसा ही जनता को लगता है ! – संपादक
बंगलुरू (कर्नाटक) – कर्नाटक में हिजाब मामले के पीछे पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया इस संगठन की ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी’ इस राजनीतिक पार्टी की शाखा ‘कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया’ का हाथ होने का मैं उजागर करता हूं । इसके सबूत भी हमें मिले हैं । इस संगठन के भडकाने का यह परिणाम है कि, कुछ लडकियों ने हिजाब के लिए आवाज उठाना प्रारंभ किया । इसके पहले ऐसी मांग कभी भी नहीं की गई थी । अचानक भगदड मच गई, ऐसा आरोप कर्नाटक के शिक्षामंत्री बी.सी. नागेश ने दैनिक ‘भास्कर’ को दिए साक्षात्कार में किया ।
Hidden hands behind #HijabRow: Karnataka education minister BC Nagesh
‘Like military, rules have to be followed in institutions too’https://t.co/qF6kVyg5bw
— The Times Of India (@timesofindia) February 7, 2022
बी.सी.नागेश द्वारा साक्षात्कार में बताए सूत्र
१. ऐसे मामलों में जांच के लिए गृहमंत्रालय का आदेश आवश्यक होता है । राज्य के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से मैंने भेंट की है । इस विषय पर मैंने उनसे बात की । जांच की सलाह भी है । उस अनुसार जांच हुई है । इसके पहले हिंसा न बढने देने पर हमारा ध्यान है ।
२. इस मामले में हम दंगा नही होने देंगे । संपूर्ण मामला नियंत्रण में है । षडयंत्र कितना भी बडा होगा, तो भी हम उसे सफल नहीं होने देंगे । प्रशासन सतर्क है ।
३. कर्नाटक शिक्षा कानून २०१३ और २०१८, यह शैक्षणिक संस्था को स्वयं का गणवेश तय करने का अधिकार देता है । विद्यालयों के विषय में हमारी नीति स्पष्ट है । विद्यालय मेंं आने पर उस शैक्षणिक संस्था का गणवेश पहनना पडेगा अन्यथा आपको पर्याय ढूंढना होगा ।
४. हमने विद्यालय और महाविद्यालयों की २०० मीटर की परिधि में भीड करने पर प्रतिबंध लगाया है । महाविद्यालयों के बाहर लडकी को विद्यार्थियों ने घेरा, यह कहना गलत है । वीडियो में आप देख रहे हैं कि, लडके दूर खडे हैं । लडकी को घेरा नहीं गया । शिक्षामंत्री होने के नाते बताता हूं कि, महाविद्यालय परिसर में ‘अल्ला हु अकबर’ तथा ‘जय श्रीराम’ के नारे सहन नहीं किए जाएंगे ।