(कहते हैं) ‘कश्मीर का प्रश्न शांति से हल करना चाहिए !’ – चीन की स्पष्टोक्ति

पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन में रखा कश्मीर का प्रश्न

  • कश्मीर का प्रश्न पाक ने विश्व के किसी भी व्यासपीठ पर रखा, तो भी कश्मीर भारत का है और आगे भी रहेगा, यह उसने ध्यान में रखना चाहिए ! – संपादक
  • तिब्बत, ताइवान आदि जैसे प्रदेश जोरजबरदस्ती कब्जा करने वाले चीन की यह सलाह अर्थात ‘सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को’, इसके जैसा है ! – संपादक
  • भारत के अंतर्गत मसलों पर टांग अडाने का चीन को क्या अधिकार ?, ऐसा प्रश्न भारत को चीन से पूछना आवश्यक ! – संपादक
पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग

बीजिंग (चीन) – कश्मीर प्रश्न इतिहास में शेष रह गया विवाद है, जो संयुक्त राष्ट्रों की समिति, सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव और द्विपक्षीय समझौतों के आधार पर शांति से हल करना चाहिए । चीन किसी भी एकतरफा कार्यवाही का विरोध करता है जिस कारण परिस्थिति और बिगड सकती है, ऐसा चीन की ओर से पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर का सूत्र रखने पर बताया  । इमरान खान आजकल चीन के दौरेपर हैं । उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भेंट की । इस समय हुई बैठक में उन्होने कश्मीर का सूत्र रखा । इस पर चीन की ओर से उपर्युक्त विधान किए गए ।

इस समय शी जिनपिंग ने कहा कि, राष्ट्रीय स्वतंत्रता, सार्वभौमिकता, प्रतिष्ठा की रक्षा करने के लिए और आतंकवाद से लडने के लिए चीन पाकिस्तान को सहायता करता है, चीन-पाकिस्तान आर्थिक महामार्ग का विकास और बडे प्रकल्प अच्छे से चलाने के लिए चीन पाकिस्तान से हाथ मिलाने को तैयार है । (आगे यदि चीन ने पाकिस्तान को अपने नियंत्रण में लिया और चीन के उघूर मुसलमानों समान पाक के मुसलमानों पर अत्याचार चालू किए, तो आश्चर्य न लगे ! – संपादक)