धर्मांध ने हिन्दू युवती की झूठी पहचान बताकर होटल में लिया आश्रय !
हिन्दू अभिवावक उनकी लडकियों को धर्म की शिक्षा न देने के कारण वे धर्मांध युवकों के भुलावे में आ जाती हैं । यह ध्यान में रखते हुए प्रत्येक हिन्दू को उनके बच्चों को धर्म शिक्षा देना अनिवार्य है ! – संपादक
खंडवा (मध्यप्रदेश) – में धर्मांध के साथ एक हिन्दू युवती के होटल में रुकने के विषय में हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन के कार्यकर्ताओं को पता चला । इसके बाद उन्होंने दोनों को पकडकर पुलिस को सौंपा । इस मामले में उन्होंने पुलिस को ‘लव जिहाद’ कानून के अंतर्गत गुनाह प्रविष्ट करने के लिए कहा । धर्मांध ने हिन्दू युवती की झूठी पहचान दिखाकर होटल में आश्रय लिया था । मीडिया में धर्मांध का नाम अक्रम बताया गया है ।
१. इस मामले में युवती की जांच की गई । उसने बताया, ‘मैं सज्ञान हूं और स्वयं की इच्छा से युवक के साथ होटल में रुकी थी ।’ ‘युवती पर दबाव होने से वह गलत बता रही है’, ऐसा हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं का कहना है ।
२. पुलिस ने कहा, ‘‘युवती एम.बी.ए. होकर दोनों ही सज्ञान हैं । ‘युवती पर कोई दबाव है, ऐसा नहीं लगता । दोनों ही शाम ६ बजे से होटल ढूंढ रहे थे’ । होटल मालिकों को मामला संशयपूर्ण लगा । इस कारण उन्होंने इन दोनों को उनके होटल में जगह नहीं दी थी ।
३. इसके बाद ‘हॉलिडे-इन’ के मालिक ने उन्हें रहने की जगह दी । ‘युवती को झूठे पहचानपत्र पर रोकने के कारण होटल मालिक पर भी कार्यवाही करनी चाहिए’, ऐसी मांग हिन्दुत्वनिष्ठों ने की । इस पर ‘संपूर्ण जांच होने के बाद ही कार्यवाही की जाएगी’, ऐसा पुलिस ने बताया ।
४. पुलिस ने इस मामले की जानकारी युवती के परिवारवालों की दी है । ऐसा पता चला है । ऐसा है, तो भी ‘न्यूज १८’ द्वारा प्रसारित किए वृत्तानुसार पुलिस ने ‘यह व्यक्तिगत मामला होने के कारण इस विषय की जानकारी युवती के परिवार को नहीं दी’, ऐसा बताया । ( मुसलमान युवती हिन्दू युवक के साथ भागी होती, तो पुलिस ने क्या किया होता ? – संपादक)