इस्लामी आतंकवादियों के नरसंहार के कारण कश्मीरी हिन्दुओं को पलायन करने के दिन की भीषणता आज भी याद आती है ! – अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मेरी मिलबेन

जो अमेरिका की एक अभिनेत्री और गायिका को लगता है, वो भारत के अभिनेता,गायक, खिलाडियोें को क्यों नहीं लगता ? पिछले ३२ वर्षों में उन्होंने इस विषय में कभी मुंह क्यों नहीं खोला ? ऐसों से धर्मप्रेमी हिन्दुओें ने संवैधानिक मार्ग से जवाब मांगा, तो आश्चर्य न लगे ! – संपादक

अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मेरी मिलबेन

न्यूयॉर्क (अमेरिका) – विश्व में धार्मिक प्रताडना चालू है । आज हमें ‘पलायन दिवस’ की भीषणता याद आती है । तब कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर के इस्लामी आतंकवादियों द्वारा किए गए नरसंहार के कारण भागना पडा था । मेरी प्रार्थना कश्मीरी हिन्दुओं के साथ है; कारण आज भी अनेक लोग उनके प्रियजनों के लिए, साथ ही उनके घरों के लिए शोक कर रहे हैं, ऐसे शब्दों में अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मेरी मिलबेन ने कश्मघरी हिन्दुओं के विस्थापना दिवस के उद्देश्य से ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की । भारत का राष्ट्रगीत और ‘ओम जय जगदीश हरे’ यह भक्तिगीत गाने के बाद मिलबेन भारत में और भारतीय अमेरिकी लोगों में बहुत लोकप्रिय हुई हैं ।

मिलबेन ने ट्वीट में आगे कहा कि, एक वैश्विक व्यक्तग के तौर पर मैं हमेशा ही कश्मीरी हिन्दुओं का सहयोग करुंगी; कारण धार्मिक स्वतंत्रता और विश्वनीति, ये किसी भी धर्म का रक्षण करने के लिए आवश्यक हैं । ईसाइयों की प्रताडना, सेमेटिज्म, (जातीय समूह और उनका धर्म इन दोनों बातों के कारण यहूदी लोगों में भेदभाव करना) यहूदी द्वेष, हिन्दू और अन्यों के विरुद्ध का नरसंहार आज भी चालू है । मैं अमेरिकी और विश्व के नागरिकोें को आवाहन करती हूं कि, इन बातों के विषय में उदासीन न रहें ।