हिन्दी चलचित्र ‘अतरंगी रे’ से ‘लव जिहाद’ को प्रोत्साहन ! 

  • देश के इतिहास में ‘लव जिहाद’ के प्रकरण में कभी हिन्दुओं ने मुसलमान युवक पर आक्रमण नहीं किया, परन्तु हिन्दू युवक और मुसलमान युवती के प्रेमप्रसंग में मुसलमान परिवार ने हिन्दु युवकों की हत्या की, इसके अनेक उदाहरण हैं । तथापि ऐसी घटनाओं का असत्य चित्रण कर हिन्दुओं को कट्टरतावादी दिखानेवाले ऐसे चलचित्र का बहिष्कार करना ही हिन्दुओं के लिए श्रेयस्कर हैं ! – संपादक
  • केन्द्र में भाजपा की सरकार होते हुए भी हिन्दुओं को हिंसाचारी दिखानेवाले चलचित्र बनना और उसे सेन्सर बोर्ड की अनुमति मिलना हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं है ! – संपादक 

     मुंबई – हिन्दी चलचित्र ‘अतरंगी रे’ में ‘लव जिहाद’ को बढावा दिया जा रहा है । इसमें अभिनेता अक्षय कुमार ने ‘सज्जाद’ नामक मुसलमान युवक की और अभिनेत्री सारा अली खान ने ‘रिंकू’ नामक हिन्दू युवती की भूमिका की है । इन दोनों में प्रेम दिखाया गया है और इस प्रेम के विरोध में हिन्दू परिवार सज्जाद को जीवित जला देते हैं, ऐसी इस चलचित्र की कथा है । इस चलचित्र में हिन्दुओं को हिंसाचारी और मुसलमान को पीडित दिखाया गया है । प्रभु श्रीराम के वंशज कैसे हिंसाचारी हैं, यह इसमें दिखाया है । पूजा, हवन इत्यादि करनेवाले हिन्दू हिंसा करते हैं, ऐसा इसमें असत्य चित्रण दिखाया है । इस चलचित्र का निर्देशन आनंद एल् रॉय ने किया है ।

#Boycott_Atrangi_Re ट्विटर ट्रेंड राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान पर !

     धर्मद्रोही चलचित्र (फिल्म) ‘अतरंगी रे’ के विरोध में भारत के सभी हिन्दुओं ने २८ दिसंबर की शाम ट्विटर से ट्रेंड किया (चर्चा में लाया गया ।) #Boycott_Atrangi_Re हैशटैग (किसी विषय पर की गई चर्चा) का उपयोग कर यह ट्रेंड किया गया । यह ट्रेंड बहुत ही कम समय में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान पर आया । वह साधारण २ घंटे प्रथम स्थान पर था । ट्रेंड के माध्यम से ‘अतरंगी रे’ चलचित्र के विरोध में ५० सहस्र से भी अधिक ट्विट्स किए गए । (२९.१२.२०२१)