वर्ष २०२२ में होनेवाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ को बडी सहजता से विजय मिलेगी ! – पी.वी.आर्. नरसिंह राव, अमेरिका स्थित विख्यात ज्योतिषी

ज्योतिषी पी.वी.आर्. नरसिंह राव

नई देहली – पी.वी.आर्. नरसिंह राव अमेरिका स्थित ज्योतिषी हैं । वे चेन्नई की भारतीय प्रौद्योगिकी संस्था (आई.आई.टी. के) स्नातक हैं तथा उन्होंने अमेरिका के ह्यूस्टर स्थित राईस विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर शिक्षा ली है । उन्होंने कोरोना महामारी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पराजय की अचूक भविष्यवाणी की थी । हाल ही में उन्होंने भारत में और विश्व में होनेवाली कुछ महत्त्वपूर्ण गतिविधियों की भविष्यवाणी की है । उन्होंने यह भविष्यवाणी की है कि उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष अर्थात वर्ष २०२२ में होनेवाले विधानसभा चुनाव में विद्यमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बडी सहजता से विजयी होंगे । उनके अनुसार वर्ष २०३०-३१ में विश्वयुद्ध होगा और तब योगी आदित्यनाथ भारत का नेतृत्व करेंगे ।

वैश्विक गतिविधियों के विषय में भविष्यवाणी !

अगले १०-१५ वर्षाें में तिब्बत स्वतंत्र होगा, तो चीन कई भागों में बंट जाएगा । दूसरे विश्वयुद्ध के उपरांत युनाइटेड किंगडम रसातल को पहुंच गया । आनेवाले समय में यही स्थिति अमेरिका की होनेवाली है । अफगानिस्तान की स्थिति सुधरने में वर्ष २०४२ तक प्रतीक्षा करनी पडेगी । विश्व के मध्य-पूर्व भाग में शक्तिशाली देशों की ओर से बडी मात्रा में उथलपुथल होगी और उसका प्रमुख केंद्र इराक होगा । पाकिस्तान में वर्ष २०२२ में बहुत अनिष्ट काल आएगा । तालिबानी आतंकवाद के कारण पाकिस्तान और चीन के सामने बडी समस्याएं उत्पन्न होंगी । चीन के शिनजियांग प्रांत में तालिबानी समर्थक उघूर मुसलमानों के कारण बहुत अशांति फैल जाएगी ।

अगले लोकसभा चुनाव में पुनः भाजपा को ही विजय मिलेगी !

वर्ष २०२४ में होनेवाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को बडी सहजता से विजय मिलेगी; परंतु वर्ष २०२६ के आरंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योगी आदित्यनाथ को नेतृत्व सौंपकर राजनीतिक संन्यास लेंगे ।

समस्त विश्व सनातन धर्म की ओर मुडेगा !

आनेवाले समय में सभी धर्माें में धर्म को त्यागनेवाले और नास्तिक लोग बढेंगे । ईसाई पंथ के लिए बुरे दिन आएंगे, तो इस्लाम के लिए भी अत्यंत अनिष्ट काल आएगा । आनेवाले समय में होनेवाला सर्वनाश प्रकृति में सुधार आने हेतु ही होगा । सभी प्रकार की उथलपुथल समाप्त होने के उपरांत समस्त विश्व स्थिर और धार्मिक जीवनपद्धति की ओर अर्थात सनातन धर्म की ओर मुडेगा !