नई दिल्ली – काँग्रेस (प्रणीत) गठबंधन सरकार ने उनके समय ‘भगवा आतंकवाद’ के नाम पर मुझे फंसाने के बहुत प्रयास किए । इसके लिए ४०० करोड रुपए खर्च किए गए । पूरा तंत्र काम पर लगाया गया; लेकिन आरोपियों की सूची में मेरा नाम डालने में उन्हें सफलता नहीं मिली । मेरा नाम गवाहों की सूची में भी सम्मिलित नहीं किया गया था; लेकिन इस मामले में मेरे सहभागी होने की बडी अफवाह फैलाई गई थी । अंतत: जनता ने ही इस गठबंधन सरकार को बाहर का रास्ता दिखाया और भाजपा पर बडा भरोसा दिखाया, ऐसा विधान रा.स्व. संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने किया ।
मला अडकवण्यासाठी यूपीए सरकारने संपूर्ण यंत्रणा कामाला लावली होती, असा दावा इंद्रेश कुमार यांनी केला आहे. #RSS #IndreshKumar https://t.co/YVQeGsTKiQ
— Lokmat (@lokmat) December 12, 2021
इंद्रेश कुमार ने इसके पहले जम्मू-कश्मीर विषय पर बोलते समय कहा था कि पाकिस्तान यदि कहता है कि कश्मीर के बिना वह अपूर्ण है, तो फिर ‘लाहौर और कराची के बिना भारत भी अपूर्ण है’, अब ऐसा कहना चाहिए ।