भाग्यनगर (तेलंगाना)- किसी भी समस्या का समाधान, मध्यस्थता से कम समय में ही करने के सार्थक प्रयत्न करने चाहिए। आपको न्यायालय में वाद को ले जाने एवं चक्कर काटने में समय व्यय करने से बचना चाहिए। उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एन.वी. रमणा ने यहां एक कार्यक्रम के समय ऐसा वक्तव्य किया। उन्होंने कहा, “जहां भी संभव हो, महिलाओं को विवादों को सुलझाने के लिए मध्यस्थता करनी चाहिए !”
Courts should be last resort for dispute resolution: CJI N V Ramanahttps://t.co/YwFCVayiJA
— The Indian Express (@IndianExpress) December 4, 2021
प्रधान न्यायाधीश रमणा ने आगे कहा कि, “महाभारत में भी मध्यस्थता का उल्लेख है। महाभारत में, भगवान कृष्ण ने पांडवों और कौरवों के बीच मध्यस्थता कराने का प्रयत्न किया था। पैतृक संपत्ति का विभाजन, परिवार के सदस्योंद्वारा सौहार्दपूर्ण ढंग से किया जाना चाहिए।”