भगवान कृष्ण की जन्मभूमि पर ६ दिसंबर को होने वाला जल का अभिषेक निरस्त ! – हिन्दू महासभा

मथुरा में धारा १४४ लागू कर, हिन्दू महासभा के पदाधिकारियों को घर में ही नजरबंद रखने का परिणाम !

मुसलमान आक्रमणकारियों के समय में अनेक मंदिरों को तोड कर वहां मस्जिदों का निर्माण किया गया था । यह स्थान पुनः प्राप्त हो, इसलिए हिन्दू वैधानिक पद्धतियों से प्रयास कर रहे हैं । इसके लिए, हिन्दू न्यायालय में लडाई भी लड रहे हैं । वास्तव में, महत्वपूर्ण प्रश्न है कि, ‘हिन्दू बहुल भारत में, हिन्दुओं को इस प्रकार की लडाई क्यों लडनी पडती है ?’ इसका उत्तर शासकों को देना चाहिए !– संपादक

हिन्दुत्वनिष्ठ व्यक्तियों को कानून एवं व्यवस्था का कारण बता कर नजरबंद रखना, एक प्रकार से उनका मुंह बंद कराना ही है ! हिन्दुओं को अपेक्षा है कि, हिन्दुओं को उनका अधिकार दिलाने के लिए, उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार प्रयास करेगी !– संपादक

श्रीकृष्ण जन्मभूमी

मथुरा (उत्तर प्रदेश) – हिन्दू महासभा ने ६ दिसंबर को भगवान कृष्ण की जन्मस्थली ईदगाह मस्जिद में जलाभिषेक करने की घोषणा की थी । इसलिए, प्रशासन द्वारा कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा १४४ (जमावबंदी) लगा दी गई है । साथ ही, हिन्दू महासभा के पदाधिकारियों को घर में ही नजरबंद रखा गया है । इसके कारण जलाभिषेक का कार्यक्रम निरस्त किया जा रहा है, ऐसी घोषणा हिन्दू महासभा ने की है । ऐसा होते हुए भी पुलिस ने सतर्कता के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढा दी है । औरंगजेब के शासनकाल में, भगवान कृष्ण के जन्मस्थान पर स्थित मंदिर ध्वस्त कर दिया गया था तथा वहां ईदगाह मस्जिद का निर्माण किया गया था । वह भूमि पुनः प्राप्त हो, इसलिए न्यायालय में प्रकरण चल रहा है । इस मस्जिद में जाकर वहां भगवान कृष्ण की मूर्ति रखकर जल अभिषेक करने का हिन्दुत्वनिष्ठ व्यक्ति आयोजन कर रहे थे ।

१. जलाभिषेक कार्यक्रम में हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्षा एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री राजश्री चौधरी आने वाली थी । उन्होंने ही इस कार्यक्रम की घोषणा की थी ; परंतु,  प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें अपना प्रस्तावित कार्यक्रम निरस्त करने के लिए मना लिया है । इसलिए, चौधरी ने अपना प्रस्तावित कार्यक्रम निरस्त किया है । इस संबंध में आधिकारिक जानकारी भी हिन्दू महासभा द्वारा दी गई है ।

२. अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक ने कहा है कि, “कुछ लोग मथुरा का वातावरण दूषित करने का प्रयास कर रहे हैं । ऐसे समय में मथुरा की सामान्य जनता को शांति भंग न हो, इसलिए सतर्क रहना चाहिए तथा जनपद प्रशासन का सहयोग करना चाहिए ।”

३. दूसरी ओर, श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद का प्रकरण मथुरा के स्थानीय न्यायालय में लंबित है । इसमें हिन्दू महासभा पक्षकार है । इस प्रकरण की आगामी सुनवाई १५ फरवरी को होगी । श्रीकृष्ण जन्मभूमि की १३.३३ एकड भूमि का अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के भूतपूर्व अध्यक्ष पंडित मदन मोहन मालवीय ने क्रय किया था ।