नए और वह भी हिन्दू धर्मीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त हुए तो भी ‘ट्विटर’ का हिन्दू द्वेष चालू ही है !

बंगाली हिन्दुओं पर होने वाले अत्याचारों के विरोध में आवाज उठाने वाले ट्विटर खाते कुछ समय के लिए बंद !

हिन्दुओं  और उनके संगठनों को ट्विटर का हिन्दू द्वेष उखाड फेंकने के लिए संगठित होकर प्रयास करना चाहिए ! साथ ही केंद्र सरकार को भी इसमें हस्तक्षेप कर ट्विटर की मनमानी रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए ! – संपादक

नई दिल्ली – बंगाल के हिन्दुओं पर अत्याचारों के विषय में ट्विटर इस सोशल मीडिया के माध्यम से आवाज उठाने वाली ‘स्टोरीज ऑफ बंगाली हिंदूज’ नाम के प्रयोगकर्ता का खाता कुछ समय के लिए बंद किया गया है । यह खाता डॉ. संदीप दास चला रहे थे । उन्होंने इस कार्यवाही की जानकारी दी । नियमों के उल्लंघन के कारण यह कार्यवाही की गई है ।ऐसा ट्विटर की ओर से बताया गया है । इसके पूर्व नवरात्रि उत्सव में बांगलादेश में धर्मांधों ने हिन्दुओं पर किए अत्याचारों की जानकारी देने वाली ‘इस्कॉन बांगलादेश’ और ‘बांगलादेश हिन्दू यूनिटी काऊंसिल’ ये ट्विटर खाते बंद किए गए थे ।

१. इस विषय में सोशल मीडिया के माध्यम से ट्विटर पर टिप्पणी हो रही है । शिक्षिका डॉ. इंदु विश्वनाथन् ने ट्विटर के नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी पराग अग्रवाल को संबोधित करते हुए, ‘हिन्दुओं  द्वारा उनके अनुभव बताना अर्थात हिंसा है क्या ? हिन्दुओं को अभिव्यक्ति स्वतंत्रता के विषय में बोलते समय शर्त रखी गई है क्या ?’, ऐसा ट्वीट किया है ।

२. कुछ लोगों ने कहा कि, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नए हैं, तो भी ट्विटर का काम करने का ढंग तानाशाह समान है ।