भारतीय क्रिकेट दल के खिलाडियों को दिया जाएगा ‘हलाल मांस’ !

  • भारतीय क्रिकेट दल में ८० प्रतिशत खिलाडी हिन्दू होते हुए भी उन्हें हलाल मांस क्यों दिया जाएगा ? इसका उत्तर भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड को हिन्दुओं को देना चाहिए । उसी प्रकार, हिन्दू खिलाडियों को भी इसका कारण पूछना चाहिए तथा ऐसे मांस का बहिष्कार करना चाहिए ; परंतु, हिन्दू खिलाडियों को धर्म की शिक्षा न होने के कारण तथा उन्हें धर्म के गौरव से अधिक धन का महत्व दिखाई देने के कारण, ऐसा होने की संभावना अल्प ही है ! – संपादक

  • आज दुर्भाग्य से, भारत की असंख्य युवा पीढी के आदर्श क्रिकेटर होने के कारण, कल वो भी क्रिकेटरों के समान हलाल मांस खाना आरंभ कर देंगे ! यह भारत में हलाल मांस की खपत बढाने का सुनियोजित षड्यंत्र है, यह ध्यान रखें । – संपादक

नई देहली – भारतीय क्रिकेट दल को प्रतियोगिता के समय गोमांस अथवा सूअर का मांस खाने को नहीं दिया जाएगा ; परंतु, अन्य समय पर दिया जाने वाला कोई भी मांस ‘हलाल’ मांस होगा, ऐसा समाचार ‘इंडिया टुडे’ समूह के समाचार माध्यम ‘स्पोर्ट्स तक’ ने दिया है ।

‘हलाल’ मांस क्या है ?

हलाल पद्धति का मांस प्राप्त करने के लिए, पशु के गले की नस काट दी जाती है तथा पशु को वैसे ही छोड दिया जाता है । फलस्वरूप, उस पशु का बडी मात्रा में खून बह जाता है एवं तडप-तडप कर उसकी मृत्यु हो जाती है । ऐसे तडप-तडप कर मारे गए पशु के मांस को ‘हलाल मांस’ कहा जाता है । इस पशु की बलि देते समय, उसका चेहरा मक्का की ओर किया जाता है ।