केदारनाथ (उत्तराखंड) – यहां के आदि शंकराचार्य की समाधि स्थल के पास, उनकी मूर्ति का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों द्वारा अनावरण किया गया । शंकराचार्य की यह मूर्ति १२ फीट ऊंची है, तथा इसका वजन ३५ टन है । इस समय, प्रधानमंत्री ने शंकराचार्य की समाधि स्थल का भी उद्घाटन किया । यह समाधि स्थल २०१३ के जल प्रलय में नष्ट हो गया था । केरल में जन्में, आदि शंकराचार्य ने ही केदारनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण किया था । प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना एवं रुद्राभिषेक किया । इस अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल (सेवानिवृत्त) लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित थे ।
No words are enough to do justice to the monumental contribution of the great Adi Shankaracharya towards preserving our culture. In Kedarnath today, I had the honour of dedicating to the nation the Shri Adi Shankaracharya Samadhi. pic.twitter.com/niV2Gg2Hd9
— Narendra Modi (@narendramodi) November 5, 2021
मैंने अपनी आंखों से विनाश देखा था ! -प्रधानमंत्री मोदी
A few years ago, Kedarnath witnessed a horrific natural calamity. That time, questions were raised on whether Kedarnath can rise again or not?
Powered by a collective spirit, Kedarnath’s glory has been restored. pic.twitter.com/DoAHM3EJNj
— Narendra Modi (@narendramodi) November 5, 2021
यहां, सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, “२०१३ में जब यहां जल प्रलय हुआ था, तब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था । उस समय, मैं अपने आप को रोक नहीं पाया । मैं यहां दौडता हुआ आया था । यहां का विनाश मैंने अपनी आंखों से देखा है । वे वेदनाएं सहन की थी । यहां आने वाले लोगों को लगता था, कि क्या हमारा यह केदारधाम पुनः खडा होगा अथवा नहीं ? परंतु, मेरी अंतरात्मा की आवाज मुझे बता रही थी, कि यह पूर्व से भी अधिक गर्व से खडा रहेगा । आप सभी आदि शंकराचार्य की समाधि का पुनर्निर्माण देख रहे हैं । यह भारत की आध्यात्मिक समृद्धि एवं धरोहर का एक अथाह दृश्य है ।”