मस्लिम मतों के लिए देश के विभाजन और उसके बाद हुई १० लाख हिन्दुओं की हत्या के लिए उत्तरदायी जिन्ना की प्रशंसा करने वाले अखिलेश यादव को सरकार द्वारा कारागृह में डालकर उनकी पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए !– संपादक
लक्ष्मणपुरी (उत्तरप्रदेश) – सरदार पटेल, म. गांधी, नेहरु और मोहम्मद अली जिन्ना ने एक ही विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण की । वे बैरिस्टर बने और वे देश की स्वतंत्रता के लिए लडे । वे स्वतंत्रता लडाई के नायक थे । लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने रा.स्व. संघ पर प्रतिबंध लगाया, ऐसा विधान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक सार्वजनिक सभा में किया । इस कारण उन पर टिप्पणी हो रही है ।
SP chief #AkhileshYadav stirs controversy by glorifying Muhammad Ali Jinnah at a party rally in Hardoi. #UttarPradesh #UttarPradeshElections2022 #Election2022https://t.co/65Q0pKznY4
— Zee News English (@ZeeNewsEnglish) November 1, 2021
अखिलेश यादव को जनता से क्षमा मांगनी चाहिए ! – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
सरदार वल्लभभाई पटेल की जिन्ना से तुलना करना, यह तालिबानी मानसिकता है । समाजवादी पार्टी की विभाजनवादी मानसिकता को जनता बिल्कुल समर्थन नहीं देगी।
कल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने देश तोड़ने वाले जिन्ना से राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना की।
यह बेहद शर्मनाक कृत्य है। प्रदेश की जनता इसे कभी स्वीकार नहीं करेगी। pic.twitter.com/0EukNKYE0B
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 1, 2021