धर्मनिरपेक्षतावादी, मानवाधिकार संगठन और समाचार माध्यम, जिन्होंने अकालख की हत्या के लिए सभी हिन्दुओं को दोषी ठहराया है ; अब चुप क्यों हैं ? – संपादक झारखंड में हिन्दू विरोधी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार होने के कारण, हिन्दुओं पर अत्याचार होते रहना कोई आश्चर्य की बात नहीं ! – संपादक |
रांची (झारखंड) – खूंटी जिले में कट्टरपंथियों ने मामूली कारण पर ४५ वर्षीय पंकज चौधरी की हत्या कर दी । गंभीर रूप से घायल चौधरी को पहले तोपरा चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था । फिर उन्हें रांची के रिम्स चिकित्सालय में स्थानांतरित किया गया । किन्तु, उपचार काल में उनकी मृत्यु हो गई । चौधरी की पत्नी के आरोप पर, इश्तियाक मियां उर्फ ताजो, नजीर अंसारी और सुहैल आलम को बंदी बनाया गया है ।
चौधरी बढई का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे । वह अपने परिवार के साथ तपकारा मस्जिद के समीप रहते थे । उनके दोनों बच्चे दिव्यांग हैं । कट्टरपंथियों ने चौधरी को मेलाटांड क्षेत्र में बुलाया और भीषण मारपीट की । घटना, थाने से मात्र ५० मीटर की दूरी पर हुई । (इससे विदित होता है, कि कट्टरपंथी पुलिस से नहीं डरते ! – संपादक) चौधरी की हत्या होने का समाचार मिलते ही, गांव में तनाव का निर्माण हुआ व निवासियों ने तपकारा थाने में प्रदर्शन किया । भाजपा विधायक कोचे मुंडा की उपस्थिति में, अधिकारियों ने चौधरी के परिवार को २० हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की । विधायक मुंडा ने मांग की, कि पुलिस प्रकरण की निष्पक्ष जांच करे ।