फर्रुखाबाद (उत्तरप्रदेश) में श्री बिसारी देवी के मंदिर में बौद्धों की ओर से तोडफोड

  • भगवा ध्वज निकालकर पंचशील ध्वज फहराया !

  • मंदिर की हानि भरपाई करने का उपजिलाधिकारी का लिखित आश्वासन

  • उत्तरप्रदेश में भाजपा सरकार होते हुए भी हिन्दुओं के मंदिरों की इस प्रकार तोड़फोड़ होना हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं । संबंधित लोगों पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए ! – संपादक
  • ‘बौद्ध अर्थात शांति का धर्म’ ऐसा कहा जाता है; लेकिन इस घटना को देखते हुए, यह गलत है, अब ऐसा समझना चाहिए क्या ? – संपादक
श्री बिसारी देवी के मंदिर में बौद्धों की ओर से तोडफोड

उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक

फर्रुखाबाद (उत्तरप्रदेश) – यहां के संकिसा बौद्ध तीर्थ क्षेत्र में स्थित श्री बिसारी देवी मंदिर की बौद्ध धर्म के कुछ लोगों ने तोड़फोड़ करते हुए मंदिर पर लगा भगवा ध्वज निकाल कर वहां पंचशील ध्वज लगाया । इस कारण वहां तनाव की स्थिति निर्माण होकर पत्थरबाजी की घटना हुई । इसमें कुछ लोग घायल हो गए । २० अक्तूबर को धम्म यात्रा के समय यह घटना हुई । इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी आदि अधिकारी पहुंचे । उपजिलाधिकारी ने ‘मंदिर की हुई हानि की भरपाई की जाएगी’, ऐसा लिखित आश्वासन दिया ।

बौद्धों का दावा है कि, यह धार्मिक स्थल बौद्ध स्तूप होकर यहां भगवान बुद्ध का ‘स्वर्गावतरण’ (स्वर्ग से पृथ्वी पर आना) हुआ था । तो दूसरी ओर हिन्दुओं का दावा है कि, यहां श्री बिसारी देवी का प्राचीन मंदिर है और यहां श्री हनुमानजी की भी मूर्ति है । पिछले ४० वर्षों से दोनों धर्मों को मानने वालों में विवाद होकर न्यायालय में इसपर मुकदमा भी चल रहा है ।