जानबूझकर स्वयं ही कुरआन का अनादर कर उसका ठिकरा हिन्दुओं पर फोडा !
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उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक
कॉमिला (बांग्लादेश) – यहां के ननुआ दिघी क्षेत्र में स्थित श्री दुर्गादेवी मंडप पर धर्मांधों ने आक्रमण कर मंडप की तोडफोड की, साथ ही मंडप में स्थित देवताओं के मूर्तियों की भी तोडफोड की । कुरआन का अनादर किए जाने की अफवाह के उपरांत यह आक्रमण किया गया ।
१. इस घटना के विषय में विख्यात बांग्लादेशी लेखिका तस्लिमा नसरी ने ट्वीट कर कहा कि कुछ हिन्दूविरोधी कट्टरतावादी धर्मांधों ने चोरी-छिपे कुरआन लाकर श्री दुर्गापूजा मंडप में रखी गई श्री हनुमानजी की मूर्ति के चरणों के पास रखा । उन्हें हिन्दुओं पर आक्रमण करने के लिए कारण चाहिए था । इससे उन्हें उनकी धार्मिक भावनाएं आहत होने का कारण मिला । इस घटना के उपरांत बांग्ला देश की सरकार वहां के अल्पसंख्यक समुदाय की रक्षा करेगी, यह आशा है । (हिन्दुओं को ऐसी आशा पर जीवन जीना छोड देना चाहिए; क्योंकि किसी भी इस्लामी देशों की सरकारें हिन्दुओं की कभी भी रक्षा नहीं करेंगे । ‘हम कुछ कर रहे हैं’, ऐसा कभी दिखाने का प्रयास किया जाएगा; परंतु वास्तव में रक्षा नहीं की जाएगी । वैसा होता, तो बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान आदि देशों में हो रहा हिन्दुओं का नरसंहार रुका होता और वहां उनकी जनसंख्या में वृद्धि हो जाती ! – संपादक)
Some anti-Hindu Muslim fanatics secretly put the Quran on the feet of Hanuman statue at Durga puja pandal in Comilla, Bangladesh. It is just for an excuse to attack Hindus in the name of hurting religious feelings. Hope govt will save the minority community.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) October 13, 2021
२. इस विषय में बांग्लादेश हिन्दू युनिटा काऊन्सिल ने कहा है कि यहां के सभी हिन्दुओं को सतर्क रहना आवश्यक है । हम हिन्दुओं की रक्षा होने हेतु पुलिस के संपर्क में हैं । (पुलिस चाहे भारत की हो अथवा बांग्लादेश की, वह हिन्दुओं की रक्षा करेगी, इस पर कभी भी विश्वास नहीं किया जा सकता ! – संपादक)
Spreading rumors of insulting the Qur'an, the puja mandapa of Nanua Dighi par in Comilla was attacked. https://t.co/KmljSISWFu pic.twitter.com/4oM1gS46yJ
— Bangladesh Hindu Unity Council (@UnityCouncilBD) October 13, 2021
३. इससे पूर्व बांग्लादेश की राजधानी ढाका के टिपू सुल्तान मार्ग पर स्थित हिन्दुओं के मंदिर में श्री दुर्गादेवी की मूर्ति की स्थापना कर पूजा-अर्चना करने का वहां के धर्मांधों ने विरोध किया था । उसके कारण वहां के हिन्दुओं को सरकार द्वारा तात्कालीक रूप में दी गई भूमि पर श्री दुर्गादेवी की मूर्ति को स्थानांतरित कर वहां पूजा-अर्चना करनी पडी थी ।
हिन्दुओं द्वारा कुरान का अपमान नहीं !
सामाजिक माध्यमों पर कुरान का अपमान करने की पोस्ट प्रसारित हो जाने के पश्चात धर्मांधों ने श्री दुर्गा देवी के पूजा मंडपों पर आक्रमण करना आरंभ कर दिया । कैमिला महानगर पूजा उद्जापोन समिति के महासचिव शिबू प्रसाद दत्ता ने कुरान का अपमान होने की घटना को अस्वीकार कर दिया । उन्होंने कहा, ‘जब सुरक्षा रक्षक सो रहा था तब किसी ने कुरान की एक प्रतिलिपि मंडप में रख दी ।’
इस संदर्भ में एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि कुछ समाजकंटकों ने कुरान की प्रतिलिपि का छायाचित्र लेकर उसे फेसबुक पर पोस्ट कर दिया । तदुपरांत आक्रमण आरंभ हुए । बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) एवं जमात-ए-इस्लाम संगठनों के कुछ कार्यकर्ताओं का उसमें सहभागी होने का संदेह है।
३ हिन्दुओं की हत्या का संदेह
फेसबुक पर पोस्ट प्रसारित हो जाने के पश्चात बांग्लादेश के हाजीगंज, बंशखली, शिबगंज एवं पेकुआ के मंदिरों पर आक्रमण कर वहां उपस्थित हिन्दुओं को पीटा गया । कहा जाता है कि इसमें ३ हिन्दुओं की मृत्यु हुई है; परंतु पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है ।
१५० से अधिक हिन्दू परिवारों पर आक्रमण : २ हिन्दुओं के शव मिले !
तदुपरांत हिन्दुओं ने आक्रमणों के संबंध में वीडियो एवं तस्वीरें सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित की । यहां के अधिवक्ता डॉ. गोबिंद चंद्र प्रमाणिक ने ट्वीट कर कहा कि यहां की स्थिति अत्यंत भयावह है । कॉक्स बाजार के शिल्पारा में १५० हिन्दू परिवारों पर आक्रमण किया गया । नोआखली के हटिया में तोडफोड, काली मंदिर में मूर्तियों की तोडफोड, महिलाओं से छेडछाड एवं हिन्दुओं की पिटाई की गई है । यहां २ हिन्दुओं के शव मिले हैं । ‘बांग्लादेश नेशनल हिन्दू यूथ ग्रैंड अलायंस’ की चांदपुर जनपद शाखा के प्रचार सचिव की हत्या कर दी गई है ।
कैमिला में ९ मंडपों पर आक्रमण समाचार संकेतस्थल (वेबसाइट) ‘हिन्दू वॉयस’ ने धर्मांधों ने श्री दुर्गा देवी की मूर्ति नदी में फेंकने का वीडियो पोस्ट किया तथा यह जानकारी दी है कि कैमिला में ९ मंडपों पर आक्रमण कर वहां की मूर्तियों की तोडफोड की गई है । यहां अभी भी आक्रमण हो रहे हैं । इसलिए तनाव की स्थिति है । हिन्दू भयभीत हुए हैं । वेबसाइट ने यह भी कहा है कि पुलिस धर्मांधों को रोकने में विफल रही है ।
१३ अक्टूबर हिन्दुओं के लिए काला दिन है ! – बांग्लादेश हिन्दू एकता परिषद
बांग्लादेश हिन्दू एकता परिषद ने इन आक्रमणों के संबंध में कहा है कि १३ अक्टूबर बांग्लादेश के इतिहास में एक काला एवं निंदनीय दिन है । इस पर संपूर्ण संसार शांत है । बांग्लादेश के हिन्दुओं के प्रति इतना द्वेष क्यों है ? देश में हिन्दू जन्म से ही रह रहे हैं । वर्ष १९७१ के नरसंहार के समय मरने वाले हिन्दू ही अधिक थे । बांग्लादेश में हिन्दू मुसलमानों को भाई मानते हैं । ९० प्रतिशत मुसलमानों को ८ प्रतिशत हिन्दुओं से समस्या कैसे हो सकती है ? हमने बांग्लादेश में कुछ लोगों का वास्तविक चेहरा देखा है । हम अभी नहीं जानते कि भविष्य में क्या होगा; परंतु वर्ष २०२१ की श्री दुर्गा देवी की पूजा को हिन्दू कभी नहीं भूलेंगे।
सामाजिक माध्यमों से वीडियो हटाने का फेसबुक से अनुरोध ! -दूरसंचार मंत्री मुस्तफा जब्बारी
बांग्लादेश के दूरसंचार मंत्री मुस्तफा जब्बार ने कहा है कि, सामाजिक माध्यमों पर कुरान का अपमान करने वाले एवं आक्रमण के संदर्भ में सभी वीडियो एवं तस्वीरों को हटाने के लिए फेसबुक से संपर्क किया गया है । आशा है कि उन्हें शीघ्र ही हटा दिया जाएगा ।
दोषियों का पता लगा कर उन्हें कठोर दंड दिया जाएगा ! – बांग्लादेश सरकार
सत्तारूढ अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादिर ने आश्वासन दिया है कि जो लोग इस घटना में दोषी हैं अथवा वे किसी भी दल के हो, उन्हें मुक्त नहीं किया जाएगा । हिंसा के पश्चात संपूर्ण बांग्लादेश में सुरक्षा व्यवस्था में वृद्धि कर दी गई है । इस प्रकरण की जांच के लिए ३ सदस्यीय समिति का गठन किया गया है । प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दोषियों को खोज कर उन्हें दंडित करने का प्रयास करने का आदेश दिया है ।