ढाका (बांग्लादेश) में श्री दुर्गा देवी मंदिर में देवी की पूजा का धर्मांधों द्वारा विरोध !

  • बांग्लादेश में असुरक्षित हिन्दू एवं उनके धार्मिक त्योहार !

  • मूर्ति को दूसरे स्थान ले जाकर स्थापित किया !

  • मुसलमान बहुल बांग्लादेश में हिन्दुओं के धार्मिक त्योहारों की स्थिति के संबंध में मानवाधिकार संगठन क्यों नहीं बात करते ? – संपादक

  • जब बांग्लादेश में हिन्दुओं की धार्मिक स्वतंत्रता पर कुठाराघात किया जा रहा है, तब केंद्र सरकार उन्हें न्याय दिलाने के लिए क्या प्रयास करेगी !– संपादक
स्थानीय हिन्दुओं का धर्मांधों के विरोध में प्रदर्शन

ढाका (बांग्लादेश) – यहां के टीपू सुल्तान मार्ग पर स्थित श्री दुर्गा देवी मंदिर में हिन्दुओं को पूजा करने से धर्मांधों ने रोका । ‘बांग्लादेश हिन्दू एकता परिषद’ ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है । यहां की सरकार ने श्री दुर्गा देवी की पूजा के लिए अस्थायी स्थान उपलब्ध कराया है । मंदिर की देवी की मूर्ति इस स्थान पर स्थानांतरित की गई है । कुछ दिन पूर्व  मंदिर पर आक्रमण भी किया गया था । इसलिए स्थानीय हिन्दुओं ने धर्मांधों के विरोध में प्रदर्शन भी किए थे । श्री दुर्गा देवी के इस मंदिर का निर्माण वर्ष १९२१ में किया गया था । बांग्लादेश हिन्दू एकता परिषद ने विश्वास व्यक्त किया है कि, ‘एक दिन हम अपने मंदिर की रक्षा करने में सफल होंगे।’

चटगांव में श्री दुर्गा देवी की मूर्ति की तोडफोड !

बांग्लादेश के चटगांव में  १० अक्टूबर को फिरंगी बझार में श्री शमशानेश्वर शिव विग्रह मंदिर में श्री दुर्गा देवी की मूर्ति की तोडफोड की गई ।यहां के पूजा मंडप में यह मूर्ति स्थापित की गई थी । इस प्रकरण में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है । इस घटना के विरोध में हिन्दुओं ने विरोध प्रदर्शन भी किए थे ।