…तभी जाकर स्त्रीशक्ति जागृत होगी !
- पाश्चात्य लोगों की भांति, साथ ही जिससे शरीर प्रदर्शन होगा; इस प्रकार की वेशभूषा धारण करनेवाले अथवा तंग कपडे पहननेवाली युवतियों और महिलाओं का प्रबोधन करें !
- ‘डे’ के माध्यम से होनेवाला पाश्चात्यों का अंधानुकरण रोकने हेतु विद्यालय-महाविद्यालयों में अभियान चलाएं !
- महाविद्यालयों और गृहनिर्माण संस्थाओं में महिलाओं का संगठन बनाकर किसी महिला पर अत्याचार होने पर उसके विरुद्ध संगठित रूप से कार्यवाही करें !
हिन्दू संस्कृति का अवमूल्यन करनेवाले ‘वैलेंटाईन डे’, ‘रोज डे’, ‘जीन्स डे’ जैसे ‘डे’ स्वेच्छाचार का अश्लील प्रदर्शन ही हैं ! बहनो, ऐसी नीतिहीन कुप्रथाओं से हमारे हाथ कुछ भी नहीं लगता; परंतु उससे होता है आप में विद्यमान शक्ति का विनाश ! इसे टालने हेतु हिन्दू संस्कृति के अनुसार आचरण कर आनंद प्राप्त करें ! |