उत्तराखंड में रोहिंग्या और बांगलादेशीयों की घुसपैठियों की जनसंख्या बढ रही है।

  • स्थानीय भूमि खरीद कर रहने की घटनाएं बढ रही हैं।

  • जनसंख्या बढने के पीछे बडा षडयंत्र !

  • देवभूमि उत्तराखंड में इस प्रकार धर्मांधों को जानबूझकर बसाने का प्रयास होने पर भी अभीतक शासन, प्रशासन और पुलिस क्या कर रही थी ? उन्हें यह पहले ही ध्यान में क्यों नही आया ? अब कठोर कानून बनाने के साथ उन्हें बाहर निकालने के लिए क्या प्रयास किए जाएंगे, यह भी उन्होंने बताना चाहिए !- संपादक
  • धर्मांधों का यह ‘भूमि जिहाद’ का षडयंत्र होकर उस माध्यम से निकट भविेष्य में उनका हिन्दुओं के तीर्थक्षेत्रों पर आक्रमण करने का षडयंत्र हो सकता है, इस संभावना को नकारा नहीं जा सकता ! ऐसा ना हो, इसके लिए हिन्दूओं का संगठन कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें !- संपादक


देहरादून (उत्तराखंड) – उत्तराखंड में रोहिंंग्या और बांगलादेशी घुसपैठियों को योजनाबद्ध ढंग से बसाने का प्रयास किया जा रहा है । राज्य के गुप्तचर विभान ने सरकार को इस विषय में दी गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर अब राज्य सरकार भूमि खरीद और बिक्री के विषय में कठोर कानून बनाने की तैयारी में है । विशेष रुप से जहां पर हिन्दुओं के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हैं, उन स्थानों के लिए यह कानून बनाने का विचार है ।

१. गुप्तचर विभाग की जानकारी के अनुसार बद्रीनाथ, हरिद्वार, ऋषिकेश आदि स्थानों पर रोहिंग्या और बांगलादेशी घुसपैठियों की संख्या बढती हुई दिख रही है । साथ ही गंगा नदी के किनारे पर भी वे बढ रहे हैं ।

२. हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को संदेह है कि, इसके पीछे एक षडयंत्र है । यह ‘भूमि जिहाद’ हो सकता है, ऐसा भी हिन्दूओं को डर है । इस कारण सरकार को इस ओर सतर्कता से ध्यान देना चाहिए । ‘भूमि जिहाद’ अर्थात धर्मांधों की ओर से उनके पंथ के अतिरिक्त अन्यों की विशेषत: हिन्दुओं की भूमि हड़पने के लिए रचा गया षड़यंत्र ।

३. राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों से हिन्दू उनके घर खाली कर रहे हैं । इन स्थानों पर रोहिंग्या और बांगलादेशी घूसपैठिए स्थानीय लोगों की भूमि खरीद रहे हैं । पिछले २ दशकों से ऐसा हो रहा है । बद्रीनाथ, हरिद्वार और ऋषिकेश में इस प्रकार से उनकी संख्या बढ रही है । उनकी जनसंख्या ३५ प्रतिशत तक बढने का डर व्यक्त किया जा रहा है ।