जम्मू – दिल्ली में २१ मई, २०१८ के दिन एक सम्मेलन का आयोजन किया गया था । इसमें एक नेता ने काश्मीर के बारामुला में आतंकवादियों के आक्रमण में ५ सैनिक शहीद हुए ,ऐसा बताने पर काश्मीरी नेता सुशील पंडित ने ट्वीट किया था । प्रत्यक्ष में ऐसी घटना नहीं हुई थी । इस कारण पंडित ने यह ट्वीट ‘डिलीट’ भी किया; लेकिन इसके पहले ही पंपोर पुलिस थाने में पंडित के विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया गया था । पंडित ने यह गुनाह रद्द करने के लिए जम्मू उच्च न्यायालय में मांग की थी , जिसे मानते हुए गुनाह रद्द करने का आदेश उच्च न्यायालय ने दिया है ।
J&K And L High Court Quashes FIR Against Activist Sushil Pandit For His Tweet On Killing Of CRPF Jawans Based On Rumour @neelakantha,@ISparshUpadhyay https://t.co/B7vrZT2jCc
— Live Law (@LiveLawIndia) September 22, 2021