ऐसा डर लगता है, तो रशिया तालिबान का खुले तौर पर विरोध क्यों नही करता ?– संपादक
मॉस्को (रशिया) – आतंकवाद विरोधी सहकार्य यह विविध स्तरों पर भारत और रशिया के बीच संवाद का एक महत्वपूर्ण भाग है । हमें काबुल में एक सर्वसमावेशक सरकार चाहिए । अफगानिस्तान से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद के खतरे का सामना करने के लिए रशिया भारत को नजदीकी सहकार्य कर रहा है । अफगानिस्तान में शहरी कलह बढने से संपूर्ण प्रदेश में आतंकवाद फैलेगा । यह आतंकवाद रशिया और काश्मीर में भी फैल सकता है, ऐसा डर भारत में रशिया के राजदूत निकोले कुडाशिव ने व्यक्त किया है । वे रशिया के दूतावास में पत्रकारों से बोल रहे थे ।
Russian Ambassador To India, Nikolay Kudashev on #AfghanistanCrisis says, "As far as the phenomenon of terror is concerned, we do share our concerns with India. There is a danger of terror being spread to Russian territory & Kashmir maybe."@SiddiquiMaha with all details! pic.twitter.com/MW0gEiQPGp
— News18 (@CNNnews18) September 7, 2021
१. कुडाशिव ने आगे कहा कि, हमें एक सर्वसमावेशक सरकार चाहिए । हमें आशा है कि, अफगानिस्तान की भूमि अन्य देशों में दहशत फैलाने का स्रोत नहीं होगी । इस प्रकार से यह चिंता सामान्य है । हम इस खतरे का सामना कर रहे हैं और उसे टालने का प्रयास करेंगे ।
२. भारत के अधिकृत दौरे पर रहते हुए बांगलादेश के सूचना मंत्री हसन महमूद ने कहा कि, बांगलादेश अफगानिस्तान में होने वाले उलटफेर पर गंभीरता से ध्यान दे रहा है । दक्षिण एशिया क्षेत्र में स्थिरता के लिए अफगानिस्तान की स्थिरता महत्वपूर्ण है । तालिबान द्वारा स्थापित की किसी भी सत्ता को मान्यता देने के विषय में कहना जल्दबाजी होगी ।