(कहते हैं) ‘मुसलमान होने के नाते कश्मीर के मुसलमानों के लिए आवाज उठाना हमारा अधिकार ! – तालिबान

  • ‘चीन के उघुर मुसलमानों के लिए आवाज उठाने का हमें अधिकार है’, ऐसा बोलने का साहस तालिबानी आतंकी क्यों नहीं दिखाते ? इससे उनका छद्म मुसलमानप्रेम और भारतद्वेष दिखाई देता है ! – संपादक

  • ‘कश्मीर की समस्या भारत एवं पाकिस्तान के मध्य की है; इसलिए हम उसमें हस्तक्षेप नहीं करेंगे’, ऐसा बोलनेवाला तालिबान आज उसके विपरीत वक्तव्य देता है । इससे उनपर कभी भी विश्वास नहीं किया जा सकता, यह स्पष्ट होता है ! – संपादक
तालिबान प्रवक्ता सुहेल शाहीन

लंडन (ब्रिटेन) – तालिबान के प्रवक्ता सुहैल ने बीबीसी के साथ की गई भेंटवार्ता में यह वक्तव्य दिया है कि एक मुसलमान होने के नाते भारत के कश्मीर में अथवा किसी भी देश के मुसलमानों के लिए आवाज उठाने का हमें अधिकार है । उसने आगे कहा कि हम आवाज उठाएंगे और संबंधित देशों से कहेंगे कि मुसलमान आपके नागरिक हैं और कानून के अनुसार वे समान हैं । किसी भी देश के विरोध सशस्त्र अभियान चलाना हमारी रणनीति का भाग नहीं है । (इसे जुमला कहते हैं ! तालिबान के इस वक्तव्य पर क्या एक भी देश विश्वास करेगा ? – संपादक)