मेवात (हरियाणा) जनपद में मौलानाओं के द्वारा हिन्दू युवक का धर्मांतरण

  • धर्मांधों द्वारा ‘मूर्तिपूजा में कोई दम नहीं’ का वक्तव्य !

  • गोमांस खाना अस्वीकार करने पर धर्मांधों ने की मारपीट

  • हिन्दुओं का धर्मांतरण रोकने हेतु केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर धर्मांतरणबंदी का कानून लागू करना समय की मांग है !- संपादक

  • हिन्दुओं में धर्मशिक्षा के अभाव के कारण ही वे लालच की बलि चढकर धर्मांतरण करते हैं । इसके लिए केंद्र सरकार को हिन्दुओं के लिए धर्मशिक्षा देने की व्यापक स्तर पर व्यवस्था की जानी चाहिए, ऐसा ही धर्मप्रेमी हिन्दुओं को लगता है !- संपादक

  • फेसबुक से अल्पसंख्यकों की धार्मिक बातों का अज्ञानवश भी अनादर होने पर हिंसा फैलानेवाले तथाकथित शांतिदूत कहां, तो कहां हिन्दू उपासनापद्धतियों का अनादर होने पर भी हाथ पर हाथ धरे बैठनेवाले हिन्दू ! हिन्दुओं में निहित इस प्रकार की धर्माभिमानशून्यता के कारण आज विश्व में उनका कोई मूल्य नहीं है, यह ध्यान में लीजिए !- संपादक
पुलिस ने गिरफ्तार किया अबू बकर नाम के व्यक्ति

मेवात (हरियाणा) – राज्य में धर्मांधों द्वारा नियोजनबद्ध पद्धति से निर्धन हिन्दुओं का धर्मांतरण किए जाने की घटना हाल ही में सामने आई है । हरियाणश राज्य के मेवात जनपद में स्थित बरोट में मौलानाओं के पैसों का लालच देकर मनोज कुमार नाम के एक हिन्दू युवक का धर्मांतरण किया । उसके उपरांत २ मौलानाओंसहित ४ धर्मांधों ने वह गोमांस नहीं खाता; इसलिए उसके साथ मारपीट की, साथ ही हिन्दू देवताओं के संदर्भ में अपशब्द बोलकर ‘मूर्तिपूजा में कोई दम नहीं है’, ऐसा वक्तव्य दिया । इस प्रकरण में ४ लोगों के विरुद्ध शिकायत पंजीकृत की गई है । पुलिस ने उनमें से अबू बकर नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और अन्यों की खोज की जा रही है ।

१. दैनिक ‘पंजाब केसरी’ के अनुसार पीडित मनोज कुमार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अप्रैल २०२० में अबू बकर, मौलाना दिलशाद, मौलाना मुबीन, मास्टर सोहराब आदि ने पैसों का लालच देकर उसका धर्मांतरण किया था । उस समय दिलशान ने कागदपत्र तैयार कर उसे धर्मांतरण करने के लिए कहा, साथ ही हिन्दू देवताओं के प्रति अपशब्द प्रयोग कर ‘मूर्तिपूजा में कोई दम नहीं है’, ऐसा वक्तव्य दिया ।

२. मनोज ने बताया कि सभी ने मिलकर ऐसी स्थिति बनाई कि उससे उसे धर्मांतरण करने पर विवश होना पडा । धर्मांतरण करने के उपरांत उसे कुछ पैसे दिए गए, साथ ही उसका विवाह कराने का आश्वासन भी दिया ।

३. धर्मांतरण होने के उपरांत उसे सलंबा गांव में बंसाया गया । उसके उपरांत उसे अन्य हिन्दुओं का धर्मांतरण करने के लिए कहा गया । जब आरोपियों ने उसे गोमांस खाने का आग्रह किया, तब उसने उसे अस्वीकार किया । उसके कारण उसके साथ मारपीट की गई ।

४. जब धर्मांधों का वास्तविक स्वरूप उसके ध्यान में आया, तब उसने अपने पिता को इसकी जानकारी दी । आरोपियों ने उसे मिलने के लिए आए उसके पिता का भी धर्मांतरण करने का प्रयास किया । तब मनोज ने आरोपियों की चंगुल से स्वयं को छुडवाकर सीधे पुलिस अधीक्षक से इसकी शिकायत की । मनोज ने बताया कि ये आरोपी ‘दावत-ए-इस्लाम’ और ‘ग्लोबल पीस’ के नाम से ये केंद्र चलाते हैं और उसके माध्यम से वे निर्धन हिन्दुओं के धर्मांतरण का प्रयास करते हैं ।