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काबुल (अफगानिस्तान) – तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के बाद से वहां की स्थिति बिगड़ रही है । लाखों लोग देश छोडकर जाने का प्रयास कर रहे हैं । सहस्रों लोग काबुल हवाईअड्डे पर जमा होकर विमानों में बलपूर्वक घुस रहे हैं । इस समय स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए गोलीबारी की गई । इसमें ५ से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई तथा अनेक लोग घायल हो गए हैं; लेकिन कुछ लोगों के मतानुसार यहां भगदड़ मचने से ५ लोगों की मृत्यु हुई ,ऐसा बताया जा रहा है । हिजाब (मुसलमान महिला ने सिर और गर्दन ढकने का वस्त्र) न पहने हुई अनेक महिलाओं को हवाई अड्डे के पास गोली मारी गई; लेकिन तालिबान ने अभीतक इसकी पुष्टि नहीं की है । वर्तमान में यह हवाई अड्डा अमेरिकी सेना के नियंत्रण में है । अब अमेरिका उसके ६ सहस्र सैनिक काबुल में उतारने की तैयारी में है । तालिबान ने अफगानिस्तान को पुन: ‘इस्लामिक इमिरेट्स ऑफ अफगानिस्तान’ (आई.इ.ए.) घोषित किया है ।
#Afghanistan Desperate scenes at #Kabul airport as hundreds try to board plane after #Taliban takeover | WATCH VIDEOhttps://t.co/nY4noHmnkd
— India TV (@indiatvnews) August 16, 2021
सौजन्य : Guardian News
सौजन्य : Guardian News
सौजन्य : WION
सौजन्य : Reuters
लोगों को अधिक रक्तपात ना देखना पडे; इसलिए मैं अफगानिस्तान से भाग गया ! – राष्ट्रपति अशरफ घनी
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ घनी ने देश छोड़ दिया है और वे अभी ओमान में अमेरिकी वायु सेना के तलपर रह रहे हैं । वहां से वह जल्द ही अमेरिका जाएंगे, ऐसा बताया जा रहा है । राष्ट्रपति अशरफ घनी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर देश छोड़ने का कारण स्पष्ट किया है । घनी ने लिखा है कि, मेरे सामने आव्हानात्मक पर्याय थे । मुझे कठोर निर्णय लेना पडा । लोगों का अधिक रक्तपात ना देखना पडे; इसलिए मैं अफगानिस्तान से भाग गया । मैं अफगानिस्तान में रहता, तो बडी़ संख्या में लोग देश के लिए लड़ने को तैयार हो जाते । ऐसी स्थिति में असंख्य लोग वहां मारे जाते । साथ ही काबुल शहर पूर्णरुप से नष्ट हो जाता ।
घनी ने देश बेच दिया ! – रक्षा मंत्रालय का आरोप
अफगानिस्तान से भागकर गए राष्ट्रपति अशरफ घनी ने देश छोड़ने का कारण स्पष्ट करते ही दूसरी ओर अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री जनरल बिस्मिल्ला महंमदी ने ट्वीट कर सीधे नाम ना लेते हुए राष्ट्रपति पर गंभीर आरोप लगाया है । ‘घनी ने हमोन हाथ पीछे बांधकर रखे और मातृभूमि को बेंच दिया । उस अमीर व्यक्ति का (राष्ट्रपति घनी) और उसके गुट का धिक्कार है’, ऐसा ट्वीट महंमदी ने किया है ।
तालिबान ने इस्लामिक स्टेट और ‘अल कायदा’ के ५ सहस्र आतंकवादियों को कारागृह से छोड़ दिया
तालिबान ने काबुल के कारागृह से ५ सहस्र से अधिक कैदियोेंं को छोड़ दिया है । इसमें इस्लामिक स्टेट और अल कायदा इस आतंकवादी संघठन के आतंकवादी शामिल हैं । इसमें सबसे अधिक कैदी अल कायदा और तालिबानी आतंकवादी थे ।
अफगनिस्तान की हवाई सीमा बंद होने से भारत के नागरिकों को लाने में अडचन
अफगनिस्तान के फंसे भारतीयों को छुडा़ने के लिए भारत सरकार ने हवाई जहाज भेजने की तैयारी शुरू करते ही अफगनिस्तान की हवाई सीमा बंद होने से विमान उतारे नहीं जा सकते । (परिस्थिति हांथों से निकल जानेपर अफगनिस्तान के भारतीय नागरिकों को लाने का निर्णय लेने वाला सरकारी तंत्र ! पिछले एक मास से अफगानिस्तान की स्थिति विकट होने से उसी समय भारतीयों को लाने का निर्णय क्यों नहीं लिया गया – संपादक) इस कारण काबुल को जाने वाले विमान रद्द किए जाने की जानकारी एयर इंडिया ने दी है । एयर इंडिया के विमान रात ८.३० के स्थान पर १२.३० पर काबुल के लिए उडान भरने वाले थे । तालिबान के वर्चस्व के कारण अफगानिस्तान में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा का प्रश्न निर्माण हुआ है । ‘भारतीय नागरिकों को कोई भी परेशानी नहीं होगी’, ऐसा तालिबान ने कहा है । (इनपर कौन विश्वास रखेगा ? – संपांदक)
अमेरिका में जो बायडेन के विरोध में रोष
व्हाइट हाउस के सामने सैकडों अफगानी नागरिकों का प्रदर्शन
अमेरिका स्वयं के स्वार्थ के लिए जब चाहे तब किसी देश में प्रवेश करता है और जब चाहे तब वहां से वापस होकर वहां के लोगों को पीछे छोड़ देता है, यह अभी तक का इतिहास है ! – संपादक
वॉशिंगटन (अमेरिका) – अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन के सत्ता में आने के बाद अफगानिस्तान से सेना वापस बुलाने की घोषणा के कारण आज तालिबान ने अफगानिस्तान पर नियंत्रण कर लिया है । इस कारण लाखों अफगानी पलायन करने को बाध्य हो गए हैं । इस कारण रुष्ट हुए अमेरिका के सैकडों अफगानी नागरिकों ने राष्ट्रपति जो बायडेन के निवास स्थान व्हाइट हाऊस के बाहर प्रदर्शन किया । ‘अमेरिका के बिना किसी योजना के सेना वापस लेने से तालिबान ने सत्ता हथिया ली’, ऐसा आरोप इन नागरिकों ने किया है । जो बायडेन ने अफगानी नागरिकों के साथ विश्वासघात किया ,ऐसा आरोप भी उन्होंने लगाया है ।
(कहते हैं) ‘अफगानिस्तान गुलामी के चंगुल से मुक्त हुआ ! – पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान
पाकिस्तान एवं चीन के द्वारा तालिबान का किया गया समर्थन भारत के लिए संकटकारी है, इसे ध्यान में लीजिए ! – संपादक
इस्लामाबाद – तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर अपना नियंत्रण स्थापित करने पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह वक्तव्य देते हुए कहा कि गुलामी के चंगुल से अफगानिस्तान मुक्त हुआ है । जब हम दूसरों की संस्कृति को आत्मसात करते हैं, तब हम मानसिकरूप से गुलाम बन जाते हैं । सांस्कृतिक गुलामी को त्यागना सरल रही होता । अफगानिस्तान में आज जो कुछ हो रहा है, वह गुलामी की सलाखों को तोडने जैसा है ।