विभाजन के समय, मुहम्मद अली जिन्ना की ‘सीधी कार्रवाई’ में मारे गए हिन्दुओं को भारत सरकार द्वारा प्रति वर्ष श्रद्धांजलि देकर उनका स्मरण करना चाहिए । – संपादक
नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की है, कि १४ अगस्त ‘विभाजन वेदना स्मृति दिवस’ (विभाजन आपत्ति स्मृति दिवस) के रूप में जाना जाएगा ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि, “देश के विभाजन की वेदनाएं भुलाई नहीं जा सकती हैं । द्वेष एवं हिंसा ने हमारे लाखों बंधू एवं बहनों को विस्थापित कर दिया तथा कुछ को तो अपने प्राण भी गंवाने पडे । उन लोगों के संघर्ष एवं बलिदान का स्मरण करते हुए १४ अगस्त ‘विभाजन वेदना स्मृतिदिन’ के रूप में पहचाना जाने का निर्णय लिया गया है । यह दिन न केवल हमें भेदभाव, शत्रुता एवं द्वेष समाप्त करने के लिए प्रेरित करेगा ; अपितु, यह एकता तथा सामाजिक सद्भाव को प्रबल करेगा ।”
देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2021