अगले वर्ष भारतीय नौ सेना में शामिल होगी !
कोची (केरल) – संपूर्ण रुप से भारत में बनी पहली विमान वाहक युद्धनौका ‘आई.एन.एस. विक्रांत’ अगले वर्ष भारतीय नौ सेना में शामिल की जाएगी । हाल ही में गहरे समुद्र में ‘विक्रांत’ का परीक्षण सफल रहा था । युद्धनौका का निर्माण, युद्धनौका का मुख्य इंजन, युद्धनौका का विद्युत निर्मिति तंत्र, सहायक पूरक तंत्र इन सभी का परीक्षण समाधानकारक रहा ऐसा नौ सेना ने बताया । इसके आगे और भी परीक्षण समुद्र में होने वाले हैं । वर्ष २०२२ में विमानवाहक युद्धनौका नौ सेना के लिए तैयार हो जाएगी, ऐसा विश्वास नौ सेना ने व्यक्त किया है । स्वयं के बल पर विमानवाहक युद्धनौका बनाने की तकनीक विश्व के कुछ गिनेचुने देशों के पास है, इनमें अब भारत का भी समावेश होने वाला है ।
In a major milestone for the Indian navy, India's first indigenous aircraft carrier #INSVikrant has successfully completed a five-day maiden voyage. The aircraft carrier has been built at a cost of $230 million.
Mohammed Saleh tells you more pic.twitter.com/IrpGvQap2u
— WION (@WIONews) August 9, 2021
वर्तमान में भारत के पास ‘आई.एन.एस. विक्रमादित्य’ यह एकमेव विमानवाहक युद्धनौका है । ‘विक्रमादित्य’ यह रशिया से हमने खरीदी है । इसके पहले ‘आई.एन.एस. विक्रांत’ और ‘आई.एन.एस. विराट’ यह विमानवाहक युद्धनौका इंग्लैंड से खरीदी गई थीं, जो अब नौ सेना की सेवा से निवृत्त हो गई हैं ।