जलवायु परिवर्तन के कारण ब्रिटेन पर बर्फ के नीचे दब जानेका संकट ! – प्रमुख वैज्ञानिकों का दावा

विज्ञान द्वारा की गई तथाकथित प्रगति का (विपरीत) परिणाम !

वैज्ञानिक डॉ निकलास बायर्स

मुंबई – संसार के अग्रणी वैज्ञानिक डॉ निकलास बायर्स का दावा है कि वर्तमान में, जलवायु में तीव्र गति से परिवर्तन हो रहा है । इससे निकट भविष्य में ब्रिटेन बर्फ के नीचे दब सकता है, ऐसी उन्होंने आशंका व्यक्त की है ।

डॉ निकोलस बायर्स ने कहा है कि,

१. एक सहस्र वर्षों में प्रथम बार ही खाडी देशों से यूरोप की ओर आने वाली गर्म हवाएं सर्वाधिक दुर्बल हो गई हैं । इन हवाओं के कारण यूरोप की जलवायु उष्ण रहती है; परंतु अब इन उष्ण हवाओं का प्रवाह अत्यंत न्यून हो गया है । फलस्वरूप, ब्रिटेन का तापमान न्यून हो रहा है । निकट भविष्य में यही स्थिति बनी रही, तो ब्रिटेन शीघ्र ही बर्फ के नीचे दब जाने की संभावना है । इससे यहां का जीवन समाप्त हो सकता है ।

२. गत वर्ष ही नॉर्थअम्बरलैंड विश्वविद्यालय ने इससे संबंधित चेतावनी दी थी । उसके अनुसार आगामी ३० वर्ष पृथ्वी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होंगे । अर्थात, आने वाला समय पृथ्वी के लिए ‘मिनी आइस एज’ (छोटा हिम युग) होगा । इस कालावधि में तापमान अत्यंत अल्प रहेगा । संसार को ऋणात्मक (माइनस) ५० डिग्री सेल्सियस इतने अल्प तापमान का सामना करना पड सकता है ।

३. सूर्य की उष्णता भी घट रही है । आगामी काल में सूर्य की उष्णता और भी अधिक घटने के कारण ब्रिटेन तक सूर्य प्रकाश नहीं पहुंच पाएगा । फलस्वरूप, ब्रिटेन ठंड के कारण ठिठुर जाएगा । बायर्स ने ऐसा भी कहा है कि इस दावे के पश्चात लोग भयभीत ना हो ।

अनेक लोगों ने कहा है कि ‘मिनी आइस एज’ एक प्रवाद (अफवाह) है । उनके अनुसार यदि यह परिवर्तन होता है, तो वह मात्र ब्रिटेन तक सीमित नहीं रहेगा । ऐसा नहीं होगा कि केवल एक ही देश बर्फ के नीचे दब जाएगा ।