वाराणसी में कट्टरपंथी प्रेमी द्वारा हिन्दू युवती के पिता की हत्या !

  • ‘लव जिहाद’ का चौंकाने वाला प्रकरण

  • विवाह का विरोध करने पर युवती की सहायता से ही किया गया जघन्य कृत्य !

  • लव जिहाद के विरोध में केवल कानून बना कर संतुष्ट हाेने की अपेक्षा योगी सरकार को चाहिए कि कानून बनाने के साथ ही हिन्दू युवाओं में धर्म के प्रति अभिमान जागृत करने के लिए, उन्हें धर्मशिक्षा देने की व्यवस्था भी करनी चाहिए, ऐसा धर्माभिमानी हिन्दुओं काे लगता है ! – संपादक
  • वास्तव में केंद्र सरकार ने ही इस प्रकार की गंभीर घटनाओं का संज्ञान लेना अत्यावश्यक है । इससे पहले कि स्थिति हाथ से बाहर निकल जाए, यह आवश्यक है कि राष्ट्रीय स्तर पर ‘लव जिहाद’ के विराेध में कानून बनाया जाए और हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देने की व्यवस्था भी की जाए । – संपादक
  • हिन्दू लडकी से विवाह करने के लिए कट्टरपंथी किसी भी सीमा तक जा सकते हैं, इसके अनेक उदाहरण प्रतिदिन उजागर हाे रहे हैं । यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ हिन्दू अभी भी अंतर्धार्मिक सद्भाव के आत्मघाती जंजाल से बाहर निकलने को तैयार नहीं हैं ! – संपादक
धर्मांध आरोपी

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – वाराणसी में अभी हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक युवती ने कट्टरपंथी युवक के साथ विवाह करने के लिए पिता के नकार देने के कारण उनकी हत्या में सहायता की । पुलिस ने प्रकरण में युवती, उसका प्रेमी जावेद अहमद और उसका मित्र आकीब अंसारी इन तीनाें को बंदी बनाया है। आरोपियों के पास से एक पिस्तौल, एक मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन भी हस्तगत किया गया है ।

१. मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के तमाचाबाद किराना व्यावसायिक राजेश जायसवाल (वर्ष ४६) को ज्ञात हुआ कि उनकी बेटी का उसी गांव के जावेद अहमद से प्रेम प्रसंग चल रहा है । जायसवाल पर दोनों ने एक वर्ष पहले विवाह करने का दबाव बनाया था । जायसवाल इस विवाह के लिए तैयार नहीं थे । अत: बेटी, प्रेमी जावेद और उसके मित्र आकीब ने मिलकर जायसवाल को रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रचा ।

२. २९ जुलाई को जायसवाल अपनी सास के लिए दोपहर के भोजन का डिब्बा लेकर चिकित्सालय जा रहे थे । इसकी जानकारी उनकी बेटी ने आरोपी को दी । इसके उपरांत आरोपी जावेद और उसके मित्र आकीब ने उनका पीछा किया । उनके रोहनिया स्थित करनाडाडी हाईवे पर बने फ्लाईओवर के पास पहुंचते ही आरोपी ने उन पर गोलियां चला दीं । वहीं उनकी तत्काल मृत्यु हो गई । पुलिस ने हाल ही में इस बात को उजागर किया है ।

३. पहले पुलिस को संशय था कि हत्या संपत्ति विवाद को लेकर हुई है । उसने मृतक के भाई और दो भतीजों के विरुद्ध प्रकरण पंजीकृत किया था । पुलिस ने प्रकरण की जब अधिक गहराई से जांच की तब उन्हें हत्या के वास्तविक सूत्रधार तक पहुंचना संभव हुआ तथा पुलिस जायसवाल की बेटी, उसका धर्मांध प्रेमी जावेद और उसका मित्र आकीब इन्हें बंदी बनाने में सफल रही ।