भाजपा सांसद रामचंद्र जांगडा का दावा
मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) – सभी शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा के वंशज हैं । केवल हिंदू ही नहीं, तो उत्तर प्रदेश भी मुसलमान शिल्पकारों से भरा है । बाबर अपने साथ शिल्पकार लेकर नहीं आया था । मध्यपूर्व के शिल्पपार हो ही नहीं सकते । इराक और इरान में घास भी नहीं उगती है, वहां शिल्पकला कैसे निर्माण हो सकती है ? वहां खनिज नहीं मिलता है । वहां केवल तेल मिलता है और तेल से शिल्पकला नहीं कर सकते, ऐसा विधान भाजप के राज्यसभा से सांसद और पिछडा आयोग के सदस्य रामचंद्र जांगडा ने किया है । वह वहां के रामपुर के गौरव समारोह के कार्यक्रम में बोल रहे थे ।
'All Muslim sculptors descendants of Vishwakarma': BJP MP in poll-bound UP https://t.co/nF4nGyKlCu
— Hindustan Times (@HindustanTimes) August 2, 2021
जांगडा ने आगे कहा कि, यहां जो मुसलमखन बंधु हैं, वे सभी के सभी भगवान विश्वकर्मा के वंशज हैं । किसी कारण से उन्हें धर्म परिवर्तन करना पडा होगा । मैंने इतिहास पढा है । यह कारण भी मुझे अच्छे प्रकार से ज्ञात है । अनेक बातें केवल बताने के लिए होती है; लेकिन एक बात तय है कि, जहां श्रम को प्रतिष्ठा और सम्मान नहीं मिलता, पुरूषार्थ को सम्मान नहीं मिलता, वहां व्यक्ति धर्म को ही दोष देता है । यह केवल मुसलमान शिल्पकारों ने ही किया है, ऐस नहीं, तो यह बाबासाहब अंबेदकर ने भी किया है । ‘मैने हिंदू के रूप में जन्म लिया है, तो भी हिंदू के रुप में मरुंगा नही’, यह उनको कहना पडा । वे बैरिस्टर और अर्थशास्त्री थे । जो सम्मान उनको समाज की ओर से मिलना चाहिए था, वो उनको मिला नहीं । यही मुसलमान शिल्पकारों के साथ हुआ होगा । सम्मान न मिलने के कारण उन्होंने धर्म परिवर्तन किया होगा । (अब उन्हें सम्मान मिल रहा है , तो वे घर वापसी क्यों नही करते ? सरकार को भी घर वापसी करने वालों को सुविधा और सुरक्षा देनी चाहिए, ऐसा हिंदुओं को लगता है ! – संपादक)