विशेष गोरक्षा कार्य दल की स्थापना करना एक अच्छा निर्णय है; लेकिन दल की ओर से प्रामाणिकता से कार्य होना चाहिए, इस ओर सरकार को ध्यान देना चाहिए, ऐसा हिंदुओं को लगता है !
चंडीगड – गोतस्करी, गोहत्या और अनाथ पशुओं को रोकने के लिए हरियाणा शासन की ओर से प्रत्येक जिला स्तर पर ‘स्पेशल काऊ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स’ की (विशेष गोरक्षा कार्य दल की) स्थापना की गई है । इसमें प्रशासकीय अधिकारी, पुलिस के साथ गोरक्षक और गोसेवक इनको भी सम्मिलित किया जाएगा । इस विषय की अधिसूचना निकाली गई है । इस दल में राज्य स्तर पर ६ और जिला स्तर पर ११ सदस्य होंगे ।
गौ-हत्या, तस्करी रोकने और आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए हरियाणा सरकार ने बनाई ये फोर्स @DiprHaryana @cmohry @mlkhattar https://t.co/nipu7mjLey #haryanagovernment #haryana #cow #cows #गौरक्षा #हरियाणा #गाय #गौरक्षक #manoharlalkhattar
— Oneindia Hindi (@oneindiaHindi) July 30, 2021
कॉग्रेस ने गोरक्षक और गोसेवकों को इस दल में सहभागी करने पर टिप्पणी की है । काँग्रेस की प्रवक्ता रंजीता मेहता ने कहा कि, गोरक्षक गोतस्करी करने वालों से फिरौती वसूल करते हैं, यह सभी को ज्ञात है । इस कारण सरकार के दल में पुलिस और प्रशासकीय अधिकारियों को ही सम्मिलित करना चाहिए । गोरक्षकों को इसमें स्थान नहीं देना चाहिए । केवल जिनका चरित्र अच्छा है, ऐसे गोरक्षकों को ही इसमें सम्मिलित करना चाहिए ।