मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) के फरार आरोपी ने चुनाव लडा, जीता एवं वह गांव का सरपंच भी बन गया !

पुलिस को इसका पता ही नहीं !

  • पुलिस के कामकाज की दुर्गति दिखानेवाली घटना ! गांव का फरार गुंडा चुनाव लडकर सरपंच बनने तक उसका पता भी न लगनेवाली पुलिस को क्या कभी घुसपैठ करने वाले नक्सलियों एवं आतंकियों की जानकारी मिलेगी ? क्या ऐसी पुलिस कभी जनता की रक्षा कर सकती है ? यह चित्र बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !
  • इसके लिए उत्तरदायी पुलिसकर्मियों को आजीवन कारावास का दंड होना चाहिए !
  • हम जिसे चुन रहे हैं, उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच करने का कष्ट भी जनता नहीं उठाती है । इससे जनता कीउदासीनता दिखाई देती है । तदुपरांत एेसों को ही ये अपराधी सताते हैं,  इसमें कोई आश्चर्य क्या है ? ।
कुख्यात गुंड संजय सिंह

मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) – एक कुख्यात फरार गुंडे ने ग्राम पंचायत का चुनाव लडा, जीता एवं वह गांव का सरपंच बन भी गया । तब भी पुलिस को उसकी भनक तक न लगने की घटना उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में घटी है ।

इस कुख्यात गुंडे का नाम संजय सिंह है तथा उसे पुलिस ने ५० लाख रुपये मूल्य के ३० सहस्र लीटर नकली मद्य के साथ गिरफ्तार किया था । उसे इस प्रकरण में मई  महीने में जमानत मिली थी; परंतु अन्य प्रकरणों में पुलिस उसे खोज रही थी । उस समय पुलिस उसका पता नहीं लगा पाई । पुलिस ने फरार सिंह के विरुद्ध ‘गैंगस्टर’ कानून के अनुसार अपराध प्रविष्ट किया एवं २० सहस्र रुपये के पुरस्कार की भी घोषणा की ।

इस अवधि में मुरादाबाद के निवाड गांव में ग्रामपंचायत के चुनाव की घोषणा हुई । संजय सिंह ने भी नामांकन पत्र प्रविष्ट किया । उसने चुनाव लडा तथा निर्वाचित हुआ  इतना ही नहीं, अपितु तदुपरांत उसने गांव के सरपंच के रूप में शपथ भी ग्रहण की । इतना सब होने तक पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी ।

संजय सिंह गिरफ्तार, संबंधित पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही के आदेश !

यह बात पता चलते ही उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष दल ने संजय सिंह को गिरफ्तार कर कारागृह भेज दिया ।इस घटना की भनक न लगनेवाले पुलिस निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह, महेशचंद्र शर्मा, महिला पुलिस अधिकारी सरोज एवं सिपाही मोहित नौटियाल के विरुद्ध कार्यवाही का आदेश दिया गया है । पुलिस उप महानिरीक्षक शलभ माथुर ने इस प्रकरण की जांच के निर्देश दिए हैं ।