हिजबुल मुजाहिदीन नेता सैयद सलाहुद्दीन के दो पुत्र भी सम्मिलित हैं !कुपवाडा के १ कर्मचारी के लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी होना स्पष्ट !आतंकवादियों को सुरक्षाबलों की गतिविधियों की जानकारी दी जा रही थी, साथ ही आतंकियों को आश्रय भी दिया जा रहा था ! |
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श्रीनगर – आतंकी संगठनों के लिए काम कर रहे कश्मीर प्रशासन के ११ कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है । इनमें जिहादी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन के दो पुत्र सम्मिलित हैं । कर्मचारी जम्मू-कश्मीर पुलिस, शिक्षा, कृषि, कौशल विकास, ऊर्जा और स्वास्थ्य विभागों के हैं । उन्हें संविधान के अनुच्छेद ३११ के अनुसार निलंबित कर दिया गया है । उनके पास इस कार्रवाई के विरुद्ध हाई कोर्ट में पुनर्विचार याचिका करने का विकल्प है ।
J&K: 11 govt employees, including sons of terror org Hizbul Mujahideen chief Syed Salahuddin fired in terror funding case https://t.co/1LsTDBNly2
— OpIndia.com (@OpIndia_com) July 11, 2021
१. राष्ट्रीय अन्वेषण यंत्रणा की एक जांच में पाया गया, कि सलाहुद्दीन के दो पुत्र, सैयद अहमद शकील और शाहिद यूसुफ, आतंकवाद को वित्तपोषित कर रहे थे । अधिकारियों ने कहा कि, दोनों धन की व्यवस्था करने, धन स्वीकार करने और हवाला के जरिए हिजबुल मुजाहिदीन को आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन हस्तांतरण करने में सम्मिलित थे ।
२. इन ११ कर्मचारियों में से कुपवाडा के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में कार्यरत एक कर्मचारी भी जिहादी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य पाया गया । उसे सुरक्षा बलों की गतिविधियों के संबंध में आतंकवादियों को सूचित करने के साथ-साथ आतंकवादियों को आश्रय प्रदान करने का काम सौंपा गया था ।
३. यह भी पाया गया कि अनंतनाग जिले के २ शिक्षक राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में सम्मिलित थे ।