नई देहली – विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) ने अपने ब्योरे में कहा है कि दीर्घकाल तक कार्यरत रहनेवालों को हृदयविकार आैर स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों की प्रबल आशंका होती है। ‘एनवायरनमेंट इंटरनेशनल जर्नल’ में प्रकाशित विश्व स्वास्थ्य संगठन और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के एक अध्ययन के अनुसार, लंबे समय तक कार्य करने के फलस्वरूप २०१६ में ७,४५,००० लोगों की मस्तिष्काघात एवं हृदयविकार से मृत्यु हुई।
१. अध्ययन के अनुसार २०१६ में सप्ताह में कम से कम ५५ घंटे कार्य करने के कारण ३ लाख ९८ हजार लोगों की मृत्यु मस्तिष्काघात से और ३ लाख ४७ हजार लोगों की मृत्यु हृदयाघात से हुई है ।
२. इस विवरण के अनुसार दीर्घकाल कार्य करने से पुरुष सर्वाधिक प्रभावित होते हैं । इसी प्रकार ४५ से ७४वर्ष की आयु के पुरुष जिन्होंने सप्ताह में ५५ घंटे से अधिक काम किया, उनकी मृत्यु दर ७२ प्रतिशत थी ।