‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट’ पर २ करोड़ रुपये की भूमि मात्र १० मिनट में १८ करोड़ ५० लाख रुपये में क्रय करने का आरोप !
अयोध्या – श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर के लिए न्यूनतम मूल्य पर भूमि क्रय की है । कुछ राजनैतिक दलों के नेता लोगों को भ्रमित कर रहे हैं । श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि आरोप लगानेवाले, समाज को भ्रमित करने के लिए राजनैतिक द्वेष से आरोप लगा रहे हैं, ऐसा स्पष्टीकरण ‘श्रीराम जन्मभमि ट्रस्ट के महासचिव श्री चंपतराय ने दिया है । इस संबंध में उनके द्वारा एक अधिकृत प्रसिद्धीपत्रक प्रसारित किया गया है । आम आदमी दल के सांसद और प्रवक्ता संजय सिंह ने एक पत्रकार परिषद में आरोप लगाया है कि १० मिनट पहले २ करोड़ रुपयों में खरीदी गई भूमि, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने १८ करोड़ ५० लाख रुपये में खरीदी । उन्होंने यह भी मांग की कि प्रकरण की सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराई जाए ।
Ram Mandir land bought at below open market price, allegations of fraud politically motivated: Trust secretaryhttps://t.co/Na110gdeqq
— TIMES NOW (@TimesNow) June 14, 2021
१. इस आरोप पर चंपत राय ने कहा है कि ९ नवंबर २०१९ को राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के उपरांत देश भर से लोग भूमि खरीदने के लिए अयोध्या आने लगे हैं, जिसके फलस्वरूप भूमि के मूल्य बढ़ गए हैं । जिस भूमि की प्रसारमाध्यमों में चर्चा हो रही है, वह रेलवे स्टेशन परिसर के पास की मौके की भूमि है । श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने अब तक मंदिर के लिए न्यूनतम मूल्य पर भूमि खरीदी है ।जिसके साथ लेनदेन किया जाता है उसकी सहमति मिलने के उपरांत ही संबंधित कागदों पर हस्ताक्षर लिए जाते हैं । सभी प्रकार की ‘कोर्ट फीस’ और ‘स्टांप पेपर’ सभी ऑनलाइन खरीदे जा रहे हैं । सहमति के आधार पर ही भूमि खरीदी जा रही है । निश्चित लेनदेन के अनुसार भूमि का मूल्य विक्रेता के खाते में ऑनलाइन जमा किया जाता है।”
२. संजय सिंह ने आरोप लगाया था कि दोनों लेन-देन १८ मार्च २०२१ को १० मिनट के अंतराल पर हुए हैं । भारत में क्या, संसार में किसी भी भूमि का भाव इतनी तेजी से नहीं बढ़ता । । यह खुला भ्रष्टाचार का प्रकरण है । भूमि क्रय करने के लिए किसी भी ट्रस्ट के पास आधिकारिक बोर्ड का संकल्प होता है । इस ट्रस्ट ने केवल ५ मिनट में यह प्रस्ताव कैसे पारित कर दिया और तुरंत भूमि भी कैसे क्रय कर ली ? ” सिंह ने पत्रकार परिषद में कुछ कागजात दिखाए ।
सीबीआई जांच करे ! – समाजवादी पार्टी के नेता पवन पांडे
समाजवादी पार्टी के नेता और अयोध्या के पूर्व विधायक पवन पांडे ने कहा, “बाबा हरिदास ने यह भूमि सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी को बेची थी । इसके उपरांत उन्होंने भूमि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट को बेच दी । इसका मूल्य २ करोड़ रुपये से १८ करोड़ ५० लाख रुपये कैसे हो सकता है ? यह व्यवहार अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा की उपस्थिति में हुआ है । खाते में तुरंत १७ करोड़ रुपये जमा कर दिए गए । यह पैसा किसने दिया और किसके खाते में जमा कराया गया ? सीबीआई को इसकी जांच करनी चाहिए ।”
१० वर्षों में भूमि का मूल्य बढा ! – पूर्व सांसद डॉ. रामविलास वेदांती
पूर्व सासंद डॉ. रामविलास वेदांती ने कहा कि यह सब राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है । इस न्यास में एक-एक पैसे का ऑडिट किया जाता है । वर्ष २०११ में इस भूमि के मालिक ने अनुबंध किया था, तब भूमि का मूल्य अलग था और जब वर्ष २०२१ में न्यास को यह भूमि बेचे जाने तक उसका मूल्य बढ गया था । चंपत राय एक प्रामाणिक व्यक्ति हैं । यह सब राम-भक्तों को बदनाम करने का षड्यंत्र है ; क्योंकि, सभी राजनीतिक दल ऐसा करते आए हैं ।
विश्व हिन्दू परिषद मानहानि का दावा करने की तैयारी में !
नई दिल्ली – विश्व हिन्दू परिषद, आम आदमी दल के सांसद संजय सिंह और अयोध्या के पूर्व विधायक तथा समाजवादी दल के नेता पवन पांडे के विरुद्ध मानहानि का अभियोग प्रविष्ट करने पर विचार कर रहा है । विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने यह जानकारी दी ।
आलोक कुमार ने कहा कि इस प्रकरण में सभी आर्थिक लेन-देन बैंकों के माध्यम से हुआ है । आज के समय में इस भूमि का मूल्य २० करोड रुपए है । इसलिए, न्यास ने १८ करोड ५० लाख रुपए का लेन-देन स्वीकार किया है ।