६० वर्षीय महिला के साथ हुए सामूहिक बलात्कार का अपराध प्रविष्ट करना पुलिस ने किया अस्वीकार

  • बंगाल में विधानसभा चुनाव के पश्चात की हिंसा !

  • वृद्ध महिला की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका !

  • शिकायत के पश्चात अपराध प्रविष्ट न कराने वाले पुलिसकर्मियों को ही गिरफ्तार कर आजीवन कारावास में डालना चाहिए ! 
  • बंगाल में लोगों को कानून एवं व्यवस्था के साथ -साथ न्याय भी न मिलने की स्थिति में वहां राष्ट्रपति शासन लगाना ही उचित होगा ! 
  • एक महिला मुख्यमंत्री होते हुए भी बंगाल में ऐसी स्थिति है, तो महिलाओं की रक्षा कौन करेगा ?

नई देहली: बंगाल में विधानसभा चुनाव के पश्चात हुई हिंसा में ६० वर्ष की एक महिला पर उसकी ६ वर्ष की पोती के सामने सामूहिक बलात्कार किया गया था । पुलिस में शिकायत प्रविष्ट करने के उपरांत भी आरोपियों के विरुद्ध कुछ भी कार्रवाई नहीं की गई । इसलिये इस महिला ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट कर विशेष जांच दल गठित करने की मांग की है ।

इस वृद्ध महिला ने न्यायालय को बताया कि पूर्व मेदिनीपुर में चुनाव के परिणाम आने के उपरांत तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनके घर में घुसकर लूटपाट की । साथ ही मुझे खाट से बांधकर मुझ पर सामूहिक बलात्कार किया। इसके पश्चात मैं अचेत हो गई तथा पडोसियों ने मुझे चिकित्सालय में भर्ती किया । पुलिस ने घटना की शिकायत प्रविष्ट करना अस्वीकार कर दिया ।

१७ वर्ष की लडकी पर सामूहिक बलात्कार

बंगाल के ही एक १७ वर्ष आयु की लडकी ने उस पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक बलात्कार करने का आरोप लगाया है । उसने इस संदर्भ में एक विशेष जांच दल गठन कर अथवा सीबीआई द्वारा जांच की मांग की है । उसने यह भी मांग की है कि इस अपराध के प्रकरण की सुनवाई बंगाल के बाहर की जाए ।