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जम्मू-काश्मीर में जिहादी आतंकवादियों द्वारा हिंदू और हिंदुओं के श्रद्धास्थानों को होने वाला खतरा आज भी कायम है, यह वहां हो रही घटनाओं से बार-बार सिद्ध हो रहा है । इस कारण केंद्र सरकार को अब इस मंदिर की सुरक्षा करने पर होने वाले व्यय की अपेक्षा काश्मीर के जिहादी आतंकवाद को कुचलकर हिंदू और उनके श्रद्धास्थानों के लिए कायम स्वरुप में निर्भय और सुरक्षित वातावरण निर्माण करना चाहिए !
श्रीनगर – आंध्र प्रदेश में तिरुमला तिरुपति देवस्थान की ओर से जम्मू-काश्मीर में निर्माण किए जा रहे भगवान श्री व्यंकटेश्वर मंदिर का भूमि पूजन समारोह १३ जून २०२१ के दिन राज्यपाल मनोज सिन्हा के हाथों किया गया । इस अवसर पर तिरुमला तिरुपति देवस्थान के अध्यक्ष वाई.वी. सुब्बारेड्डी सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित हुए । ‘न्यूज ऑन ए.आई.आर.’ इस वेब साईट ने इस विषय का वृत्त प्रसारित किया, साथ ही ट्विटर पर भी अनेकों ने ट्वीट कर इस विषय की जानकारी दी।
https://t.co/9Ss20RJOcP *J&K LG Manoj Sinha to perform Bhoomi Pujan ceremony for Sri Venkateswara Swamy Temple in Jammu tomorrow* pic.twitter.com/HwCedVgGbF
— Early Post Daily Newspaper (@earlypostdaily) June 12, 2021
इस वृत्त के अनुसार, केंद्र सरकार ने जम्मू-काश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाली धारा ३७० हटाने के बाद तिरुमला तिरूपति देवस्थान ने वहां भगवान श्री व्यंकटेश्वर के मंदिर निर्माण का निर्णय लिया । इसके लिए राज्यपाल सिन्हा ने अप्रैल २०२१ में देवस्थान को ६२ एकड भूमि उपलब्ध कराकर दी । इस ६२ एकड पर पहले स्तर में १७ एकड भूमि पर निर्माण कार्य किया जाएगा । इसमें मंदिर, वैदिक पाठशाला, कर्मचारी कालोनी, यात्रिओं के लिए सुविधा आदि का समावेश है । इसके लिए ३३ करोड रुपये व्यय अपेक्षित है ।