क्या अब इसे भी ‘जिहाद’ कहें ?
अलीगढ (उत्तर प्रदेश) – यहां के जमालपुर शहर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कूडेदान में कोरोना वैक्सीन से भरी २९ सीरिंज मिली हैं । इस संदर्भ में पुलिस ने यहां के टीकाकरण विभाग की प्रमुख नेहा खान के विरुद्ध अपराध का प्रकरण प्रविष्ट किया है । साथ ही, इस प्रकरण की जांच के लिए नियुक्त दो सदस्यीय समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट भी प्रस्तुत की है ।
प्रमुख नेहा खान के सहकर्मियों ने बताया कि, नेहा खान लोगों के हाथों में केवल टीके वाली सीरिंज की सुई चुभाती थी ; परंतु टीके का खुराक नहीं देती थी और तत्पश्चात वैक्सीन से भरी सीरिंज फेंक देती थी । इस विषय में पूछे जाने पर वह यह कहते हुए चली गई, ‘मेरा मूड (मनःस्थिति) अच्छा नहीं है ।’ (ऐसे ‘मूडी’ स्वास्थ्य कर्मियों को सरकार द्वारा बाहर का रास्ता दिखाना अपेक्षित है ! – संपादक) । तब तक २९ सीरिंज फेंकी जा चुकी थी ।