- वास्तविक रूप से ऐसी मांग करने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए । ऐसी वेब शृंखला पर सरकार को स्वयं कार्रवाई करना अपेक्षित है !
- वेब शृंखला पर बडी मात्रा में हिंदू देवी-देवताओं का अपमान, हिंसाचार तथा राष्ट्र विरोधी घटनाएं चित्रित होने के उपरांत, उन पर प्रतिबंध लगाने की मांग होने लगी । उस समय, केंद्र सरकार ने इसे रोकने के लिए दिशानिर्देश बनाए थे ; परंतु, ‘बॉम्बे बेगम्स’ जैसी वेब सीरीज से पता चलता है कि, इसका कोई परिणाम नहीं हो रहा है !
मुंबई : ‘नेटफ्लिक्स’, इस ‘ओटीटी’ प्लेटफॉर्म पर प्रसारित हो रही वेब शृंखला, ‘बॉम्बे बेगम्स’ में विद्यालय में छात्रों द्वारा अश्लील छायाचित्र देखने एवं बच्चों द्वारा मादक पदार्थ सेवन करने के भीषण एवं आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए हैं । जब समाज में यौन शोषण एवं बलात्कार की घटनाएं बढ रही हैं, इस वेब शृंखला के माध्यम से बाल कामुकता का प्रसार करना बाल शोषण को प्रोत्साहित करने का एक प्रकार है । हिंदू जनजागृति समिति ने मांग की है कि, सरकार इस प्रकरण को गंभीरता से लें तथा वेब शृंखला ‘बॉम्बे बेगम्स’ पर तुरंत प्रतिबंध लगाएं । उसी प्रकार, इस वेब शृंखला, ‘नेटफ्लिक्स’, के निर्माता एवं प्रसारक के भी विरुद्ध ‘किशोर न्याय अधिनियम २०१५’ की धारा ७७ की उपेक्षा करने का प्रकरण प्रविष्ट करें । इसके लिए समिति ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर, महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे-पाटिल एवं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को ई-मेल के माध्यम से एक निवेदन भेजा है ।
‘बॉम्बे बेगम्स’ इस वेब शृंखला की निर्माता अलंकृता श्रीवास्तव हैं तथा अभिनेत्री पूजा भट मुख्य भूमिका निभा रही हैं । राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी महाराष्ट्र के गृह सचिव एवं मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर वेब शृंखला के निर्माताओं के विरुद्ध अपराध का प्रकरण प्रविष्ट करने का निर्देश दिया है । यह प्रकरण गंभीर है तथा सरकार बाल यौन-शोषण के प्रसार रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करें, ऐसी समिति ने मांग की है ।